संविदाकारों के हड़ताल से विद्युत संकट के आसार
थर्मल कांट्रैक्टर एसोसिएशन ने संविदाकारों के बकाए का भुगतान नहीं होने पर आंदोलन तेज कर दिया है। गुरुवार को भारी संख्या में संविदा श्रमिकों ने भी परियोजना गेट पर संविदाकारों के साथ दो घंटे तक धरना प्रदर्शन किया जिसके कारण परियोजना कार्य प्रभावित रहा। शुक्रवार से एसोसिएशन ने हड़ताल की घोषणा की है।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : थर्मल कांट्रैक्टर एसोसिएशन ने संविदाकारों के बकाए का भुगतान नहीं होने पर आंदोलन तेज कर दिया है। गुरुवार को भारी संख्या में संविदा श्रमिकों ने भी परियोजना गेट पर संविदाकारों के साथ दो घंटे तक धरना प्रदर्शन किया, जिसके कारण परियोजना कार्य प्रभावित रहा। शुक्रवार से एसोसिएशन ने हड़ताल की घोषणा की है। इससे बिजली संकट की स्थिति पैदा हो सकती है। शुक्रवार की सुबह से संविदा श्रमिक भी काम पर नहीं जाएंगे। सबसे ज्यादा असर कोल हैंडलिग प्लांट में देखने को मिल सकता है। कोयला फीडिग नहीं होने पर इकाइयों से उत्पादन तेजी से कम होने लगेगा, जिसके कारण इकाइयों को बंद करना पड़ सकता है। इकाइयों के बंद होने पर प्रदेश में विद्युत संकट पैदा हो सकता है। ओबरा के साथ अनपरा परियोजना में भी हड़ताल की स्थिति को देखते हुए शुक्रवार का दिन काफी संकट भरा रह सकता है। दरअसल परियोजना में ज्यादातर कार्य ठेका पद्धति से होने लगा है। लगभग 40 फीसद से ज्यादा कार्य संविदा श्रमिक ही करते हैं। खासकर ज्यादा खतरनाक और मेहनत भरा कार्य संविदा श्रमिक ही करते हैं। ऐसे में उनके हड़ताल पर जाने का गंभीर असर पड़ सकता है। गुरुवार को संविदाकारों ने जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। ओबरा परियोजना में संविदाकारों का प्रियारिटी ए और बी का कुल 43 करोड़ बकाया है। इस मौके पर सीपी राय, केके तिवारी, आलोक राय, बृजेश गुप्ता, तुफैल अहमद, आदित्य विश्वकर्मा, सुनील कुमार सिंह, सुदामा सिंह, राकेश दीक्षित, चार्ली वर्गीस आदि रहे। थर्मल कांट्रैक्टर एसोसिएशन ने ठप किया काम
अनपरा : थर्मल कांट्रैक्टर एसोसिएशन ने लंबित भुगतान कराए जाने की दिशा में प्रबंधन द्वारा सार्थक पहल नहीं किए जाने से गुरुवार को दो बजे से काम ठप कर दिया। एसोसिएशन के अध्यक्ष पीपी सिंह, सचिव चंद्रशेखर, कोषाध्यक्ष अजय सिंह आदि ने बताया कि भुगतान को लेकर परियोजना के मुख्य द्वार के समक्ष दो दिवसीय धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया था। जिस पर बुधवार की शाम परियोजना के सीजीएम दीपक कुमार व अन्य अधिकारियों ने एसोसिएशन से वार्ता कर गुरुवार तक आंदोलन ठप करने का आग्रह किया था। कहा गया था कि गुरुवार तक लखनऊ से कोई सकारात्मक हल निकल जाएगा। लेकिन गुरुवार को प्रबंधन इसे नकारते हुए कहा गया कि पहले आंदोलन समाप्त किए जाने के बाद ही कोई पहल की जाएगी जिससे क्षुब्ध होकर अनपरा तापीय परियोजना के सभी संविदाकारों व उनके यहां कार्यरत हजारों मजदूरों ने टूल डाउन कर काम बंद कर दिया। परियोजना प्रबंधन द्वारा मुख्य द्वार बंद कर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कायम कर दी है। ठेकेदार होली पर्व से पहले भुगतान की मांग पर अड़े हैं। उनके समर्थन में परियोजना में कार्यरत हजारों मजदूर साथ खड़े हैं। इस अवसर पर एसोसिएशन के रमाशंकर श्रीवास्तव, नित्यानंद सिंह, राजाजी पांडेय, सुभाष चौहान, लल्लन यादव, मो. सलीम, श्याम सुंदर, राजेश कुमार, त्रिभुवन सिंह आदि उपस्थित रहे।