Move to Jagran APP

नहीं थम रहा बालश्रम, दो माह में मुक्त हुए 65 बाल श्रमिक

नहीं थम रहा बालश्रम दो माह में मुक्त हुए 65 बाल श्रमिक

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 04:31 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 04:31 PM (IST)
नहीं थम रहा बालश्रम, दो माह में मुक्त हुए 65 बाल श्रमिक
नहीं थम रहा बालश्रम, दो माह में मुक्त हुए 65 बाल श्रमिक

नहीं थम रहा बालश्रम, दो माह में मुक्त हुए 65 बाल श्रमिक

loksabha election banner

- होटल, ढाबों, दुकानों पर बच्चों से कराया जा रहा कार्य

- बाल संरक्षण इकाई, मानव तस्करी विरोधी टीम लगातार कर रही छापेमारी

जागरण संवाददाता, सोनभद्र: जिले में बालश्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है। होटल, ढाबों, दुकानों पर बाल श्रमिकों से कार्य लिया जा रहा है। दो माह में 65 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया है। इसमें मई में 30, जून में अब तक 35 बाल श्रमिक मुक्त कराए गए हैं। बाल संरक्षण इकाई, मानव तस्करी रोधी इकाई लगातार छापेमारी कर रही है ताकि ऐसे बच्चों को मुक्त कराकर उन्हें शिक्षा से जोड़ा जा सके। इसके बावजूद बाल श्रम थम नहीं रहा है। सरकार की मंशा है कि बच्चों को प्राथमिक शिक्षा से जोड़ा जाए और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़कर नई दिशा दी जाए। इसके लिए सरकार बच्चों के लिए तमाम योजनाएं चला रही है। बच्चों को प्राथमिक विद्यालयों में नामांकन कर एमडीएम समेत अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं। प्रयास हो रहा है कि कोई भी बच्चा नामांकन से न छूटे। फिर भी तमाम बच्चे बाल मजदूरी कर रहे हैं। प्रोबेशन विभाग से जुड़ी बाल संरक्षण इकाई व पुलिस विभाग की मानव तस्करी रोधी इकाई के साथ ही श्रम विभाग बाल श्रम के खिलाफ लगातार अभियान चला रहा है। पिछले दो माह के आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि दो माह में 65 बच्चे बाल श्रम मुक्त कराए गए हैं। सूत्रों के अनुसार चार मई को पांच, पांच मई को आठ, छह मई को तीन, सात मई को छह, 11 मई को सात व 16 मई को छह बच्चे मुक्त कराए गए। इसी तरह सात जून को सात, नौ व 16 जून को चार-चार, 22 जून को पांच और 23 जून को 10 बच्चे बाल श्रम मुक्त कराए गए हैं।

बच्चों को मिलेगा ढाई हजार रुपये प्रतिमाह

बाल श्रम से मुक्त कराए गए बच्चों को मुख्यमंत्री बाल श्रम योजना के तहत अब प्रतिमाह ढाई हजार रुपये दिया जाएगा। जिला प्रोबेशन अधिकारी पुनित टंडन ने बताया कि यह लाभ भिक्षावृत्ति से मुक्त बच्चों को भी मिलेगा। एक परिवार के अधिकतम दो बच्चों को यह लाभ मिल सकेगा। बाल श्रम से मुक्त बच्चों के परिवार की वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री बाल श्रम योजना के लाभ के लिए विभाग बालश्रम मुक्त बच्चों के परिवार वालों से फार्म भरवाएगा। इसके बाद उसका सत्यापन होगा। तब इस योजना का लाभ संबंधितों को मिल सकेगा। इसको लेकर जल्द ही प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बाल श्रम मुक्ति अभियान लगातार जारी रहेगा।

पुनीत टंडन, जिला प्रोबेशन अधिकारी, सोनभद्र।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.