मुहिम लाई रंग, रमेश के लिए जनप्रतिनिधि आए आगे
रमेश सिंह को लेकर दैनिक जागरण की मुहिम अब रंग लाने लगी है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : रमेश सिंह को लेकर दैनिक जागरण की मुहिम अब रंग लाने लगी है। जिले के जनप्रतिनिधि जहां इस मामले में सक्रिय हुए तो वहीं दूसरी ओर विदेश मंत्रालय पर समाचार की कटिग अटैच कर किए गए ट्वीट को मंत्रालय ने संज्ञान में लेकर मदद का भरोसा दिलाया है। विदित हो कि चोपन ब्लाक के ग्राम पंचायत गोठानी के गायघाट निवासी कृष्णबली सिंह के पुत्र रमेश सिंह दुबई में काम करने के लिए मार्च में घर से निकले थे। जहां पर उनकी दुर्घटना में 12 मई को मृत्यु हो गई। इसके बाद से अब तक रमेश सिंह के स्वजन उनका शव देश में मंगाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
शनिवार को सदर के भाजपा विधायक भूपेश चौबे ने दैनिक जागरण में खबर पढ़ने के बाद तत्काल पीड़ित स्वजनों से फोन पर वार्ता करते हुए तत्काल विदेश मंत्री को संबोधित पत्र लिखा। बताया कि यह हमारे जिले से संबंधित मामला है, और इसके लिए हम किसी का दरवाजा खटखटाने के लिए तैयार हैं। बताया कि इस मुद्दे को लेकर मैंने जिलाधिकारी से वार्ता भी की है। इसके अलावा जिले के अन्य जनप्रतिनिधियों से वार्ता करके जल्द से जल्द इस मामले को मुख्यमंत्री तक भी लेकर जाऊंगा, ताकि किसी भी सूरत में रमेश का शव अपने वतन आ सके।
रमेश सिंह का दुबई में हुई मौत के बाद उनके शव को भारत लाने के मामले में विदेश मंत्रालय के पोर्टल से मदद की आस जगी है। पोर्टल पर किए गए ट्वीट पर मदद का आश्वासन मिला है। इसके बाद पीड़ित स्वजन को आस जगी है कि जल्द शव भारत आ जाएगा। विदेश मंत्रालय के काउंसलर सर्विस मैनेजमेंट सिस्टम (मदद ) द्वारा अपने दुबई कार्यालय से संपर्क किया जा रहा है। साथ ही पोर्टल द्वारा इस मामले को लेकर तीन जून को एक आइडी और पासवर्ड भी दिया गया है। इससे पीड़ित के स्वजन से वार्ता के साथ मामले में होने वाली प्रगति की जानकारी दी जा सकेगी। पिता कृष्ण बली सिंह ने बताया कि रमेश पहले गुजरात में ही लगभग 20 वर्ष से अलग-अलग कंपनियों में काम कर रहे थे। बीते फरवरी में पासपोर्ट वीजा बनवाकर एजेंसी के माध्यम से दुबई गये थे। 15 दिनों की प्रतीक्षा के बाद मार्च से प्रोरिएंट बिल्डिग कांट्रेक्टिग लिमिटेड में कार्य कर रहे थे। 13 मई को उनके साथ ही दुबई गए एक अन्य मजदूर राजेश ने दूरभाष से सूचना दी कि रमेश अपने बाथरूम में गिर गए थे। इसके बाद उनकी मौत हो गई। इस मामले में मुख्यमंत्री को भी ट्वीट किया गया था,जिसे भारतीय दूतावास को अग्रसारित कर दिया गया था। इसके बाद भारतीय दूतावास सपोर्ट पोर्टल द्वारा पीड़ित परिजनों से संपर्क कर उचित आश्वासन दिया गया है।
मायके में बेसुध है पत्नी
प्रयागराज जिले के कोरांव थाना के रामगढ़ खीरी गांव में ही रमेश की ससुराल है। पत्नी अरुणा सिंह इन दिनों वहीं है। इस हादसे के बाद उसकी हालत ठीक नहीं है।