बीएसए ने लापरवाही पर प्रधानाध्यापक को किया निलंबित
सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने को तमाम तरह के जतन कर रही है। लेकिन प्रधानाध्यापक व शिक्षक शासन की मंशा को पलीता लगाने में जुटे हैं। सर्व शिक्षा अभियान के समन्वयक डा. संतोष कुमार सिंह के निरीक्षण के दौरान सदर ब्लाक के गोरारी गांव स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में घोर लापरवाही देखने को मिली।
जागरण संवाददाता, चंदौली : सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने को तमाम तरह के जतन कर रही है। लेकिन प्रधानाध्यापक व शिक्षक शासन की मंशा को पलीता लगाने में जुटे हैं। सर्व शिक्षा अभियान के समन्वयक डा. संतोष कुमार सिंह के निरीक्षण के दौरान सदर ब्लाक के गोरारी गांव स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में घोर लापरवाही देखने को मिली। स्कूल के प्रधानाध्यापक प्रधानाध्यापक जवाहर सिंह बच्चों को विद्यालय की चाबी देकर गायब थे। वहीं सहायक अध्यापिका व अनुदेशक भी आधे घंटे विलंब से स्कूल पहुंचे। बीएसए को प्रधानाध्यापक को निलंबित करने के साथ ही सहायक अध्यापिका का एक दिन का वेतन व अनुदेशक का मानदेय रोकने की कार्रवाई की। विभाग की सख्ती से शिक्षकों में खलबली मची है। समन्वयक मंगलवार की सुबह आठ बजे विद्यालय पहुंचे, तो स्कूल में ताला बंद था। जबकि तकरीबन 20 छात्र-छात्राएं पहुंचकर बाहर इंतजार कर रहे थे। इसी बीच अन्य तीन-चार बच्चे पहुंचे, जिनके पास स्कूल की चाबी थी। उसने विद्यालय का ताला खोला। इसके बाद समन्वयक की उपस्थिति में प्रार्थना हुई और छात्र-छात्राओं को कक्षाओं में भेजा गया। तब तक प्रधानाध्यापक का अता-पता नहीं था। वहीं सहायक अध्यापिका डाली कुमारी व अनुदेशक पूजा वर्मा 8:40 बजे विद्यालय पहुंची। सहायक अध्यापक दीपचंद साढ़े आठ बजे तक स्कूल पहुंचे। विद्यालय में पंजीकृत 114 छात्र-छात्राओं के सापेक्ष मात्र 24 ही उपस्थित मिले। इस पर समन्वयक ने गहरी नाराजगी जताई। इसके बाद उन्होंने प्राथमिक विद्यालय जगदीशपुर, काटा प्रथम व द्वितीय का निरीक्षण किया। काटा स्थित विद्यालय में गंदगी मिली। इस पर प्रधानाध्यापक जियाउद्दीन की जमकर क्लास लगाई। साथ ही सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने मंझवार प्राथमिक विद्यालय का जायजा लिया। यहां सब कुछ ठीक मिला। समन्वयक ने विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को शीघ्र क्रीड़ा सामग्री खरीदने की हिदायत दी। कहा शासन स्तर से क्रीड़ा सामग्री खरीदने का निर्देश है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा बच्चों को चाबी देकर स्कूल से गायब रहना घोर लापरवाही को दर्शाता है। इसकी वजह से प्रधानाध्यापक को निलंबित करने के साथ ही देर से स्कूल आने वाले अध्यापकों का वेतन रोकने की कार्रवाई की गई है। आगे भी स्कूलों का निरीक्षण कराया जाएगा। जिम्मेदारियों के निर्वहन में उदासीनता पाए जाने पर कार्रवाई तय है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप