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चमका साराफा बाजार, खिलखिलाए कारोबारी

नोटबंदी व जीएसटी से ऊबरा बाजार नोटबंदी और जीएसटी की मार से कराह चुका सर्राफा व बर्तन कारोबारी धनतेरस और दीपावली पर चहकने को तैयार हैं। पर्व के तुरंत बाद लग्न सीजन प्रारंभ हो रहा है, इसलिए इस बार सर्राफा बाजार में बिक्री के रिकार्ड कायम हो सकते हैं। हालांकि अभी बाजार में ग्राहक कम हैं। मगर धनतेरस पर इनमें बढ़ोत्तरी का अनुमान है। उधर सर्राफा बाजार में छोटे और हल्के वजन की ज्वैलरी पहुंच गई है। लग्न सीजन पास होने के कारण बर्तन बाजार में भी तेजी का अनुमान है। इसके उलट नोटबंदी लागू होने के बाद दीपावली व अन्य त्योहारों पर सोने की खरीद पूरी तरह से ठप हो गया था। इसके बाद जीएसटी लागू होने से भी सर्राफा व्यापार भी काफी प्रभावित हुआ था, इनसब को पीछे छोड़ते हुए इस बार सर्राफा बाजार ग्राहकों के लिए पूरी तरह से तैयार है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 10:41 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 10:41 PM (IST)
चमका साराफा बाजार, खिलखिलाए कारोबारी
चमका साराफा बाजार, खिलखिलाए कारोबारी

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : इस बार की दीपावली पर सराफा बाजार चहकने वाला है। आमतौर पर सोना दीपावली के आसपास सस्ता मिलता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। अबकी स्थिति थोड़ी उलट है। दीपावली के त्योहार को अब चार दिन रह गए हैं और सोना साढ़े 32 हजार रुपये प्रति दस ग्राम से ऊपर बिक रहा है। व्यापारियों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के कारण सोने के दाम में तेजी आयी है। धनतेरस और दीपावली जैसे बड़े त्योहार में मांग बढ़ने के कारण भी इनके दाम में बढ़ोत्तरी दर्ज की जाती है। सोने के दाम दीपावली के नजदीक आते ही बढ़ने लगे हैं। गत 15 दिनों के अंदर सोने व चांदी के दाम में एक से डेढ़ हजार रुपये तक बढ़ोत्तरी हुई है। कारोबारियों के मुताबिक त्योहारों के बाद शुरू होने जा रहे शादी-विवाह के सीजन के कारण सोने के दाम में आगे भी तेजी का रुख बना रहेगा। नोटबंदी व जीएसटी से उबरा बाजार

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नोट बंदी और जीएसटी की मार से कराह चुका सराफा व बर्तन कारोबार धनतेरस और दीपावली पर चहकने को तैयार है। पर्व के तुरंत बाद लग्न सीजन प्रारंभ हो रहा है, इसलिए इस बार सराफा बाजार में बिक्री के रिकार्ड कायम हो सकते हैं। हालांकि अभी बाजार में ग्राहक कम हैं। मगर धनतेरस पर इनमें बढ़ोत्तरी का अनुमान है। उधर सराफा बाजार में छोटे और हल्के वजन की ज्वैलरी पहुंच गई है। लग्न सीजन पास होने के कारण बर्तन बाजार में भी तेजी का अनुमान है। इसके उलट नोटबंदी लागू होने के बाद दीपावली व अन्य त्योहारों पर सोने की खरीद पूरी तरह से ठप हो गया था। इसके बाद जीएसटी लागू होने से भी सराफा व्यापार भी काफी प्रभावित हुआ था, इन सबको पीछे छोड़ते हुए इस बार सराफा बाजार ग्राहकों के लिए पूरी तरह से तैयार है। डिजाइनर व हल्की ज्वैलरी पहली पसंद

इस बार सराफा बाजार में ग्राहकों की डिजाइनर व हल्की ज्वैलरी पहली पसंद बनकर उभरी है। सराफा कारोबारी रामनारायण ने बताया कि ग्राहकों की बढ़ती मांग को देखते हुए हम लोगों ने पहले से ही माल मंगा लिया है। बताया कि इस बार डिजाइनर व हल्की ज्वैलरी ग्राहकों की पहली पसंद बनती जा रही है। इसके अलावा ब्रांडेड सामानों की खरीद करने वाले भी कम नहीं हैं। कारोबारी संजय ने बताया कि गत दो वर्ष से सराफा बाजार की स्थिति बहुत ही खराब हो गई थी, लेकिन इस बार बेहतर होने की उम्मीद है। बताया कि गत कुछ दिनों के अंदर सोने व चांदी के दाम में एक से डेढ़ हजार रुपये तक की बढ़ोत्तरी हुई है, बावजूद इसके ग्राहकों में कमी नहीं आई है। लग्न सीजन होने के कारण अधिकांश लोग दीपावली पर ही विवाह के लिए भी खरीदारी शुरू करेंगे। धनतेरस को लेकर सोनांचल के बाजार तैयार

धनतेरस के साथ शुरू होने वाले दीपोत्सव पर्व को लेकर सोनांचल के बाजार पूरी तरह से तैयार हैं। पर्व को लेकर जिले के प्रमुख बाजार ग्राहकों की भीड़ से गुलजार होने लगा है। सराफा के अलावा बर्तन बाजार में भी तेजी देखी जा रही है। खरीदारों की मांग के अनुसार जहां सोने-चांदी के सिक्कों की चमक ग्राहकों को लुभा रही है, वहीं स्टील व पीतल के दैनिक उपयोग के बर्तन भी आकर्षण पैदा कर रहे हैं। धनतेरस पर्व को लेकर बाजारों में ग्राहकों की भीड़ से व्यापारी भी उत्साहित हैं। उन्हें इस बार खासी कमाई की उम्मीद है। विदित हो कि धनतेरस पर कुछ न कुछ नया खरीदने की परंपरा को शुभ माना जाता है।


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