पीएम स्वनिधि योजना में एक पायदान नीचे होने के बाद भी भदोही अव्वल
सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर योजना(पीएम स्वनिधि योजना) अंतर्गत शहरी पथ विक्रेताओं को ऋण दिलाने में पूर्वांचल के 10 जिलों की प्रदेश रैकिंग में 10 मार्च से 30 मार्च तक काफी उतार-चढ़ाव हुआ है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर योजना(पीएम स्वनिधि योजना) अंतर्गत शहरी पथ विक्रेताओं को ऋण दिलाने में पूर्वांचल के 10 जिलों की प्रदेश रैकिंग में 10 मार्च से 30 मार्च तक काफी उतार-चढ़ाव हुआ है। एक पायदान नीचे होने के बाद भी भदोही जिला अभी भी नंबर एक पर है। जबकि तीन पायदान नीचे खिसककर बलिया फिसड्डी है। जबकि आजमगढ़ 11 रैकिग ऊपर पहुंचा तो वाराणसी छह पायदान नीचे पहुंच गया।हालांकि वाराणसी अभी भी दूसरे स्थापना पर कायम है।
स्वनिधि योजना के तहत आजमगढ़ में कुल 5807 लाभार्थियों को ऋण दिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसके सापेक्ष कुल 5353 आनलाइन पंजीकरण हुए थे। सत्यापन के बाद अब तक बैंकों से ऋण के लिए 3779 आवेदन पत्रों को स्वीकृति प्रदान की गई। जिसके सापेक्ष अब तक केवल 3439 लाभार्थियों को ऋण वितरण किया गया है। वहीं सोनभद्र जनपद की स्थिति भी उतनी अच्छी नहीं है। वहां भी किसानों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
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प्रदेश में जिलावार रैंकिग की स्थितित
(10 मार्च और अब 30 मार्च तक की रैंकिग)
-भदोही.....06.....07वीं
-वाराणसी...16.....22वीं
-सोनभद्र....30.....28वीं
-मीरजापुर...33.....31वीं
-जौनपुर....39.....30वीं
-गाजीपुर....41......46वीं
-चंदौली....48.....63वीं
-मऊ......66.....52वीं
-आजमगढ़...67.....56वीं
-बलिया.....70.....73वीं
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वर्जन--पीओ डूडा
पीएम स्वनिधि योजना में बैंकों की तरफ से घोर लापरवाही बरती जा रही है। बैंकों की उदासीनता की वजह से इस योजना के तहत ऋण वितरण की स्थिति खराब हुई है और किसानों के परेशान होना पड़ा है। हालांकि अब काफी सुधार दिख रहा है। छह अप्रैल को बैंकों में शिविर आयोजित कर 10 हजार लाभार्थियों को ऋण वितरित किया जाएगा।
--अरविद कुमार पांडेय, परियोजना अधिकारी, डूडा।