बंधी का खोला गेट, डूब गई धान की फसल
जागरण संवाददाता शाहगंज (सोनभद्र) घोरावल तहसील क्षेत्र के दुगौलिया व केरवा गांव की सीमा पर स्थित रजवन बंधी का गेट गुरुवार की रात शरारती तत्वों द्वारा खोल दिए जाने से किसानों को बड़ी क्षति उठानी पड़ी है। किसानों के खेतों में रखा धान का बोझ व खलिहान में पानी भरने से फसल क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। बताया गया कि शरारती तत्वों द्वारा तीन दिनों से यह हरकत की जा रही है। किसानों ने प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, शाहगंज (सोनभद्र) : घोरावल तहसील क्षेत्र के दुगौलिया व केरवा गांव की सीमा पर स्थित रजवन बंधी का गेट गुरुवार की रात शरारती तत्वों द्वारा खोल दिए जाने से किसानों को बड़ी क्षति उठानी पड़ी है। किसानों के खेतों में रखा धान का बोझ व खलिहान में पानी भरने से फसल क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। बताया गया कि शरारती तत्वों द्वारा तीन दिनों से यह हरकत की जा रही है। किसानों ने प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
मरांची की पुतरी देवी पत्नी स्व. राधेश्याम, इंद्रेश कुमार, राजेश कुमार, संतोष, सत्यजीत समेत गांव के कई किसानों ने धान की कटाई कर उसका बोझ खेतों में जगह-जगह छोड़ दिया था। कुछ किसानों ने अपने खेत में ही खलिहान बनाकर धान का ढेर रखा था। राजवन केरवा बंधे का गेट गुरुवार की रात कुछ शरारती तत्वों ने खोल दिया। किसान शुक्रवार की सुबह अपने खेतों की तरफ गए तो पूरा खेत जलमग्न था। धान की कटी फसल पानी में पूरी तरह से डूब चुकी थी। आधा दर्जन किसानों की दर्जनों बीघे धान की फसल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं, इस बंधे की देख-रेख कर रहे सिचाई विभाग का कोई भी कर्मी निगरानी में नहीं था। किसानों का कहना है कि शरारती तत्वों द्वारा तीन दिन से इस तरह की हरकत की जा रही है। किसानों ने इसकी सूचना सिचाई विभाग के अधिकारियों को दी, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। किसानों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि उनकी बर्बाद हुई फसलों को संज्ञान में लेते हुए दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए व क्षतिपूर्ति दिलाई जाए।