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बुखार से एक और बालक की हुई मौत

जागरण संवाददाता अनपरा (सोनभद्र) म्योरपुर विकास खंड के ग्राम पंचायत सेंदूर (मकरा) के विभिन्न टोले में मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को भी 5 वर्षीय एक बालक की बुखार से मौत हो गई। माहभर में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 09:24 PM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 09:24 PM (IST)
बुखार से एक और बालक की हुई मौत
बुखार से एक और बालक की हुई मौत

जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : म्योरपुर विकास खंड के ग्राम पंचायत सेंदूर (मकरा) के विभिन्न टोले में मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को भी 5 वर्षीय एक बालक की बुखार से मौत हो गई। माहभर में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रशासन द्वारा जोरों पर बचाव के लिए कवायद शुरू की गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को मेडिकल मोबाइल यूनिट की दो वाहनों को ग्राम पंचायत में लाकर ग्रामीणों की जांच कर दवा दी गई।

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ग्राम पंचायत सेंदूर-मकरा के टोला लभरी (गाढ़ा) निवासी 5 वर्षीय सूरज पुत्र देवप्रकाश गत तीन दिनों से बुखार से पीड़ित था। उसके स्वजन तुर्रा- रेणुकूट में इलाज करा रहे थे। रविवार की दोपहर उसकी मौत हो गई। निरंतर हो रही मौतों से गांव में दहशत व्याप्त है। गांव में जागरूकता का भी घोर अभाव है। अब भी गांव में लोग खुले में ही शौच करते हैं। गांव का दूषित पेयजल इस भयावहता को और गंभीर बना रहा है। पानी में काफी मात्रा में आयरन व फ्लोराइड होने की बात ग्रामीणों द्वारा बताई जा रही है। हैंडपंप का पानी कुछ देर रखने के बाद पीला हो जा रहा है। ग्राम स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोई चिकित्सक की तैनाती नहीं है। दुरूह क्षेत्र होने के नाते यहां के रहवासी बीमार होने पर पैदल 7 किमी चलकर मुख्य मार्ग वाराणसी-शक्तिनगर पर पहुंचते हैं। जहां से और 12 किमी. की यात्रा कर तुर्रा-रेणुकूट जाकर इलाज कराते हैं। आवागमन में असुविधा को लेकर ज्यादातर ग्रामीण घर पर ही इलाज या झाड़-फूक कराने लगते हैं। चिकित्सालय जाने में घबराते हैं ग्रामीण

जागरूकता के अभाव में ग्रामीण एंबुलेंस व चिकित्सालय से काफी घबराते हैं। सोमवार की रात ग्राम पंचायत के टोला मड़इया में एक 9 वर्षीय रानी पुत्री सुखराम की तबियत काफी खराब हो गई। सूचना दिए जाने पर म्योरपुर स्वास्थ्य विभाग द्वारा एंबुलेंस को मौके पर भेजा गया। लेकिन पीड़ित बालिका व उसके स्वजन चिकित्सालय जाने को तैयार नहीं थे। सूचना पर पहुंची पिपरी पुलिस के सहयोग से अथक प्रयास कर बालिका को चिकित्सालय भेजा गया। दूषित पेयजल से हो रही परेशानी

ग्राम पंचायत सेंदूर के ग्राम प्रधान रामसजीवन साहनी ने कहा कि गांव में कुल 850 घरों की आबादी 8 हजार के आसपास है। गांव में कुल 125 हैंडपंप लगे हैं। अधिकांशत: हैंडपंप का पानी काफी प्रदूषित हो गया है। उसी पानी को ग्रामीण काफी दिनों से सेवन करते आ रहे हैं। ग्रामीणों को हर संभव प्रयास कर जागरूक करते हुए सहयोग किया जा रहा है।


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