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सोनांचल में श्रद्धा के साथ पूजीं गई आदिशक्ति शैलपुत्री

जागरण संवाददाता सोनभद्र वासंतिक नवरात्र के पहले दिन मंगलवार को नगर से लेकर गांव तक माता

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 01:27 AM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 01:27 AM (IST)
सोनांचल में श्रद्धा के साथ पूजीं गई आदिशक्ति शैलपुत्री
सोनांचल में श्रद्धा के साथ पूजीं गई आदिशक्ति शैलपुत्री

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वासंतिक नवरात्र के पहले दिन मंगलवार को नगर से लेकर गांव तक माता के जयकारे की गूंज रही। पहले दिन आदिशक्ति शैलपुत्री के स्वरूप की उपासना की गई। नवरात्र की प्रतिपदा पर देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं ने कोरोना नियमों का पालन करते हुए दर्शन-पूजन किया। माता के चरणों में मत्था टेकने के लिए सुबह से लोग तय दूरी के साथ कतार में लगे रहे। दर्शन पूजन कर सभी ने सुख, शांति-सौभाग्य की कामना की।

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नारियल, चुनरी, फूल माला सहित अन्य पूजन सामग्रियां अर्पित कर विधि विधान के साथ पूजन-अर्चन किया गया। घरों में कलश स्थापना कर मां की अर्चना शुरू हुई। मंदिरों में पहले की तरफ इस बार भक्तों की भीड़ कम दिखी। मां वैष्णों व ज्वालादेवी मंदिर में कोरोना नियमों के तहत श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन किया गया। नवरात्र के पहले दिन श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर विधि विधान से नवदुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की अराधना की।

डाला : चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन मां वैष्णों शक्तिपीठ धाम में कड़ी सुरक्षा के बीच श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में मत्था टेका। कलश स्थापना के साथ ही पूजा पाठ का क्रम सुबह से शुरू हो गया। कोरोना महामारी का असर क्षेत्र के सुप्रसिद्ध मां वैष्ण शक्तिपीठ धाम मंदिर में देखने को मिला। नवरात्रि के समय जहां चार बजे भोर से ही दर्शन-पूजन के लिए भक्तो का ताता लग जाया करता था। वहां इस बार सन्नाटा छाया रहा। सुबह बहुत कम संख्या में श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में मत्था टेका। मंदिर में जगह-जगह स्थापित देवी देवताओं के द्वार पर भक्तों को दर्शन-पूजन कराने के लिए पुजारी बैठे रहे। ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो। चार बजे भोर में ही मंदिर की साफ़-सफाई का कार्य पूरा कर छह बजे दर्शन के लिए मंदिर का दरवाजा खोल दिया गया था।

अनपरा : वासंतिक नवरात्र वैश्विक महामारी कोरोना के साये में मनाया जा रहा है। देवी मंदिरों की जगह घरों में रहकर पूजन को तरजीह देने के कारण मंदिरों में नवरात्र के पहले दिन श्रद्धालुओं की अपेक्षाकृत कम भीड़ देखी गई। विधि-विधान पूर्वक कलश स्थापित कर भक्तों द्वारा मां की नौ दिवसीय आराधना घरों में शुरु की गई। सीमावर्ती मध्य प्रदेश में लाकडाउन लगे होने के कारण मंगलवार व नवरात्र का पहला दिन होने के बाद भी झिगुरदह हनुमान मंदिर पर सन्नाटा पसरा रहा। कोविड गाईड लाइन का अनुपालन करते हुए भक्तों ने ऊर्जांचल की प्रमुख शक्तिपीठ मां ज्वालामुखी मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इसके साथ ही अनपरा बाजार सोनारी गली स्थित मां दुर्गा मंदिर, चावल मंडी स्थित मां शीतला मंदिर, डिबुलगंज स्थित मां अष्टभुजी मंदिर में भी दिनभर इक्का-दुक्का भक्त ही दर्शन-पूजन के लिए आते रहे। सुबह से ही श्रद्धालु कलश स्थापना की तैयारी में जुट गये। विधि-विधान पूर्वक घट स्थापित कर व्रतधारियों द्वारा अनुष्ठान शुरू किया गया। संपूर्ण परिक्षेत्र दुर्गा सप्तशती के पाठ से गुंजायमान हो रहा है। पूजन सामग्री की खरीदारी के लिए बाजारों में भारी भीड़ उमड़ी।

शक्तिनगर : करोना महामारी पर आस्था का सैलाब भारी दिखाई पड़ा। नवरात्र के प्रथम दिन मंगलवार को उर्जाचंल की शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर पर मां के दर्शन, पूजन के लिए दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंदिर के बाहर, भीतर दर्शनार्थियों की भीड़ दिखाई पड़ी। मां ज्वालामुखी मंदिर पर पहले दिन ही दर्शनार्थियों की भारी भीड़ रही। मंदिर के गर्भगृह से लेकर बाहर तक महिला, पुरुष दर्शनार्थियों की अलग, अलग लम्बी- लम्बी कतारें लगी रही। तेज धूप में मां के दर्शन पूजन के लिए लाइन में खड़े लोग मां के पास पहुंचने के लिए अपनी बारी का इन्तजार करते दिखाई पड़े। मंगलवार की भोर चार बजे मंगला आरती के बाद मंदिर का कपाट दर्शनार्थियों खोल दिया गया। दिन चढ़ने के साथ ही दर्शनार्थियों की भीड़ भी बढ़ने लगी। भीड़ बढ़ने के बाद महिला, पुरुष की अलग-अलग कतारें सिंह द्वार तक लग गयी।

विढमगंज: मंगलवार को विक्रम संवत 2078 के साथ हिदू कैलेंडर का नव वर्ष का शुभारंभ हुआ। इसी के साथ नौ दिनों तक चलने वाला चैत्र नवरात्र की विशेष पूजा अनुष्ठान प्रारंभ हो गया है। वासंती नवरात्र की पहले दिन प्रात: कलश स्थापना के साथ हुई। वहीं नगर के मेन रोड पर लगभग दो किलोमीटर रामनवमी सेवा समिति ने महावीरी झंडा लगने से पूरा नगर भक्तिमय हो गया।

रामगढ़ : चतरा क्षेत्र के समस्त देवी मंदिरों में नवरात्र के प्रथम दिन घंटा-घड़ियालों व श्रद्धालुओं की भीड़ से क्षेत्र देवीमय हो गया। रामगढ़ कस्बा स्थित मां दुर्गा देवी मंदिर, मां दक्षिणेश्वरी काली धाम मंदिर, पुरानी बाजार स्थित मां शीतला शक्ति पीठ धाम मंदिर, क्षेत्र के निपनिया गांव स्थित नौलखा मंदिर, मां फूलमती देवी मंदिर भवानी गांव (कोरियाव ), क्षेत्र के नेवारी गांव स्थित सातो बहिनिया देवी मंदिर, पनिकप कला गांव स्थित मां वनदेवी समेत समस्त देवी मंदिरों में वासंतिक नवरात्र के प्रथम दिन श्रद्धालुओं ने पूजन अर्चन कर व कलश स्थापना कर मां का जयकारा लगाया। जिला प्रशासन के दिशानिर्देशो का हुआ पालन

मां वैष्णों शक्तिपीठ धाम मंदिर संचालन अग्रवाल धर्मार्थ समिति के अध्यक्ष सुभाष मित्तल ने बताया की जिला प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के तहत दर्शन पूजन का कार्य हो रहा है। कड़ाई से नियमों का पालन कराने के लिए छह सुरक्षा कर्मियों को मंदिर प्रांगण में जगह लगाया गया है। बिना मास्क का मंदिर में प्रवेश वर्जित है। एक बार में पांच भक्तो को ही दर्शन के लिए जाने दिया जा रहा है। मंदिर में जाने से पूर्व सभी भक्तो का थर्मल स्कैनिग जांच के साथ ही उनके सेनिटाईज किया जा रहा है। मंदिर की सभी घंटियों को कपड़ो से ढक दिया गया है। मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर चौकी प्रभारी एसके सोनकर ने बताया कि पुलिस मंदिर में आनेजाने वालो पर कड़ी निगरानी रख रही है। शंका होने पर संदिग्धो से पूछताछ भी किया जा रहा है। आसमान छू रहे फलों के दाम

नवरात्र शुरु होते ही फलों के दाम आसमान छू रहे हैं। केला, सेब, अंगूर, अनार आदि फलों के दामों में भारी वृद्धि से व्रतधारियों का बजट गड़बड़ा गया है। नवरात्र के पहले दिन अंगूर 60 रूपये किलो से बढ़कर 100 रूपये केला 50 रूपये प्रति दर्जन से बढ़कर 70 रूपये प्रति दर्जन तक पहुंच गया है। जबकि उत्पादन कम होने के कारण संतरा व सेब के दाम पहले से ही बढ़े हुए हैं। इसके साथ फलाहार से संबंधित सिघाड़ा का आटा, साबूदाना, पपीता, खीरा, गाजर आदि की कीमतों में भी भारी इजाफा दर्ज हुआ है।


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