694 अभ्यर्थियों ने छोड़ी शिक्षक पात्रता परीक्षा
जनपद के 12 केंद्रों पर रविवार को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। दो पालियों में हुई इस परीक्षा में कुल 694 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे, जबकि 9792 ने परीक्षा दिया। डीएम, एसपी के साथ ही शासन से नामित पर्यवेक्षक ने सभी केंद्रों का बारी-बारी से निरीक्षण किया। ओरिजनल प्रमाणपत्र न होने की स्थिति में सैकड़ों अभ्यर्थियों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा।
जासं, सोनभद्र : जनपद के 12 केंद्रों पर रविवार को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। दो पालियों में हुई इस परीक्षा में कुल 694 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। वहीं 9792 ने परीक्षा दी। परीक्षा के लिए जनपद में कुल 10,486 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परीक्षा के दौरान दोनों पालियों में डीएम, एसपी के साथ ही शासन से नामित पर्यवेक्षक ने सभी केंद्रों का बारी-बारी से निरीक्षण किया। मूल प्रमाण पत्र न होने की स्थिति में सैकड़ों अभ्यर्थियों को निराश होकर वापस परीक्षा केंद्रों से लौटना पड़ा।
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम मिली सूचना के मुताबिक प्रथम पाली की परीक्षा सुबह दस से साढ़े 12 बजे तक चली। प्राथमिक स्तर की इस परीक्षा में पंजीकृत 6981 में से 422 अनुपस्थित रहे जबकि 6569 ने परीक्षा दी। पहली पाली की परीक्षा आदर्श इंटर कालेज राबर्ट्सगंज, डीएवी सीनियर सेकेंड्री पब्लिक स्कूल चुर्क, राजकीय महाविद्यालय राबर्ट्सगंज, राजकीय कन्या इंटर कालेज राबर्ट्सगंज, जय ज्योति इंटर कालेज चुर्क, जय मां भगवती महाविद्यालय पुसौली, प्रकाश जीनियस इंटर कालेज पुसौली, राजा शारदा महेश इंटर कालेज राबर्ट्सगंज, संत कीनाराम स्नातकोत्तर महाविद्यालय लोढ़ी, संत जोसेफ कांवेंट हाईस्कूल राबर्ट्सगंज, संत जेवियर्स हाईस्कूल राबर्ट्सगंज व ¨वध्य कन्या पीजी कालेज उरमौरा में हुई। वहीं दूसरी पाली की परीक्षा में पंजीकृत उच्च प्राथमिक स्तर के 3505 में से 272 अनुपस्थित रहे। यानि छह केंद्रों पर कुल 3233 अभ्यर्थियों ने इम्तिहान दिया। दोनों पालियों में कोई नकलची नहीं पकड़ा गया। जिलाधिकारी अमित कुमार ¨सह, एसपी किरीट राठोड, शासन से नियुक्त पर्यवेक्षक सरिता तिवारी, एडीएम उमाकांत तिवारी ने दोनों पालियों में केंद्रों का निरीक्षण किया। सचल दस्ते की चार टीम ने किया चक्रमण
शिक्षक पात्रता परीक्षा को नकलविहीन कराए जाने के लिए जिले में चार सचल दस्ते की टीम गठित की गई थी। पहली टीम जिला विद्यालय निरीक्षक आरएस द्विवेदी के नेतृत्व में थी जबकि दूसरी टीम की अगुवाई जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य ने किया। तीसरी टीम के अगुवा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तो चौथी टीम का नेतृत्व सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी की टीम ने किया। टीम ने दोनों पालियों में सभी केंद्रों का बारी-बारी से निरीक्षण किया। नगर में बनी रही जाम की स्थिति
शिक्षक पात्रता परीक्षा में करीब दस हजार अभ्यर्थियों को शामिल होना था। इसलिए सुबह से ही जिला मुख्यालय के नगर के राबर्ट्सगंज में हजारों की संख्या में लोग आ गए थे। जिले के कोने-कोने से आए बीएड या बीटीसी डिग्रीधारी लोग जब सड़क पर एक साथ आए तो जाम की स्थिति बन गई। दोपहर में साढ़े 12 बजे पहली पाली की परीक्षा छूटी तो जाम की स्थिति बन गई। करीब एक घंटे के लिए यातायात व्यवस्था फेल नजर आई। पुलिस व एंबुलेंस के वाहन भी इसी जाम में काफी देर तक फंसे रहे।