घोड़दाहा जंगल में तीन माह में कटे 27 हरे वृक्ष
रेणुकूट वन प्रभाग के विढमगंज रेंज में हरे वृक्षों की अवैध कटान व वन भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर प्रभागीय वनाधिकारी गंभीर हो गए हैं। उन्होंने रेंज इलाके में स्थित घोड़दाहा के जंगल क्षेत्र का जायजा लिया। करीब चार घंटे तक जंगल में भ्रमण किए तो अवैध कटान व वन भूमि पर अवैध कब्जे की पुष्टि हुई।
जागरण संवाददाता महुली (सोनभद्र): रेणुकूट वन प्रभाग के विढमगंज रेंज में हरे वृक्षों की अवैध कटान व वन भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर प्रभागीय वनाधिकारी गंभीर हो गए हैं। उन्होंने रेंज इलाके में स्थित घोड़दाहा के जंगल क्षेत्र का जायजा लिया। करीब चार घंटे तक जंगल में भ्रमण किए तो अवैध कटान व वन भूमि पर अवैध कब्जे की पुष्टि हुई।
इस पर उन्होंने इलाके के कर्मियों को डांटा और सूची बनाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा। 15 अगस्त के पहले वन भूमि पर पौधारोपण कराने व सभी कब्जाधारियों को हटाने की दिशा में तत्काल काम करने का निर्देश दिए।
दैनिक जागरण ने गत हफ्ते में विढमगंज रेंज में होने वाली अवैध कटान को लेकर विस्तृत खबर प्रकाशित किया था। 20 जुलाई के अंक में घोड़दाहा के जंगल में कटान की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया। उसके बाद डीएफओ एमपी सिंह ने एसडीओ को भेजकर पड़ताल कराया। गुरुवार को दिन में वे स्वयं पूरी टीम लेकर जंगल में पहुंचे। उन स्थानों पर भी गए जहां के बारे में जागरण ने ºबर छापा था। जांच के बाद होगी कार्रवाई
डीएफओ ने बताया कि खबर पढ़ने के बाद जंगल में होने वाली अवैध कटान की जांच की गई। जांच में यह पता चला कि तीन महीने के भीतर करीब 27 पेड़ काटे गए हैं। इसमें साखू, हल्दू आदि के वृक्ष हैं। काटने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ वन अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है। विभागीय कर्मियों की लापरवाही की भी जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने फूलवार के पास सुईचट्टान इलाके में पहुंचकर वन भूमि पर अवैध कब्जे की भी जांच की। वहां खाई खोदवाते हुए रेंजर को निर्देश दिए कि यहां पौधारोपण कराकर वन भूमि को हरा-भरा बनाया जाए। इसके अलावा भी अगर कहीं अवैध कटान व वन भूमि कब्जा करने का मामला प्रकाश में आएगा तो उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।