26 साल पहले एक पहर मिलता था खाना
छठी मइया की ऐसी कृपा हुई की एक परिवार गरीबी से उबरते हुए धन धान्य हो गया। ठेला लगाकर परिवार का भरण-पोषण करने वाले एक परिवार के पास आज सबकुछ है। राबर्ट्सगंज नगर निवासी महिला चन्द्रावंती देवी लगातार 26 साल से छठ मइया का व्रत रखकर पूजन-अर्चन करती हैं।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : छठी मइया की ऐसी कृपा हुई की एक परिवार गरीबी से उबरते हुए धन धान्य हो गया। ठेला लगाकर परिवार का भरण-पोषण करने वाले एक परिवार के पास आज सबकुछ है। ये कहना है 26 सालों से लगातार छठ पूजन करने वाली राबर्ट्सगंज नगर निवासी महिला चन्द्रावंती देवी का।
चन्द्रावती ने बताया कि पहले हम लोग किराए के मकान में रहते थे। परिवार चलाने के लिए पति राबर्ट्सगंज नगर स्थित एक कालेज के समीप ठेला लगाते थे। बड़ा परिवार होने के चलते ठेले से उतनी कमाई नहीं हो पाती थी, इसलिए किसी तरह एक पहर खाना खाकर समय बीतता था। परिवार की माली स्थिति ठीक न होने से बड़ी दिक्कत होती थी। मेरे पति सामान लेने लिए पड़ोस में रहने वाले एक मारवाड़ी परिवार से पेपर खरीदा करते थे, जिससे हम लोगों की जान पहचान हो गई थी। बाद में पड़ोस की रहने वाली मारवाड़ी महिला चंचला ने छठ मइया का व्रत करने का सुझाव दिया। उनके बात को मानते हुए छठ मइया का व्रत शुरू कर दिया। इसके बाद धीरे-धीरे परिवार की माली स्थिति ठीक होने लगी। आज छठ मइया की कृपा से पांच लड़कियों व चार लड़कों का भरा परिवार है। इसमे से सभी लड़कियों की शादी हो गई है। छठ मइया की कृपा से ही अब अपना मकान बन गया है। किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। कहा कि जब तक शरीर साथ देगा छठ मइया का व्रत करती रहूंगी।