बंद इकाइयों के लिए 185 करोड़ स्वीकृत
ओबरा ताप विद्युत गृह में बीते 14 अक्टूबर 201
जासं, ओबरा (सोनभद्र) : ओबरा ताप विद्युत गृह में बीते 14 अक्टूबर 2018 को केबिल गैलरी में आग लगने के उपरांत क्षतिग्रस्त इकाई संख्या 12 एवं 13 के रिवाइवल हेतु 185 करोड़ रुपये व्यय को प्रदेश कैबिनेट ने स्वीकृति दे दी है। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दो मार्च को कैबिनेट की बैठक के बाद यह जानकारी दी। इससे पहले पिछले माह उत्पादन निगम के निदेशक मंडल की बैठक में रिवाइवल हेतु अनुमानित व्यय राशि 200 करोड़ तय की गयी थी। निदेशक मंडल ने प्रस्तुत प्रस्ताव पर सैद्धांतिक अनुमोदन प्रदान करते हुए निर्देश दिया था कि इस संबंध में आरएंडएम मद के व्ययों को पृथक से दर्शाते हुए,क्षति का पुनर्मूल्यांकन करने के पश्चात आवश्यक संशोधन के साथ प्रस्ताव निदेशक मंडल से पुन: परिचालन माध्यम से पारित करा लिया जाए। इस प्रक्रिया के बाद शासन को गए प्रस्ताव को प्रदेश कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है।
आग से इकाइयों को भारी नुकसान
बीते 14 अक्टूबर को ब तापघर के केबिल गैलरी में लगी आग से सभी पांचों इकाइयों को नुकसान पहुंचा था। उस दौरान उत्पादनरत नौवीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं इकाई बंद हो गई थीं। आग में सबसे ज्यादा 12वीं इकाई को नुकसान पहुंचा था। बीते सितंबर माह में ही लगभग 525 करोड़ खर्च करके हुए आरएंडएम के बाद इस इकाई को चालू किया गया था। इस इकाई का कंट्रोल रूम, स्विच गेयर रूम एवं केबिल गैलरी पूरी तरह खाक हो गई है। इसके अलावा 11 वीं इकाई के 0.4 स्विच गेयर एवं केबिल गैलरी तथा 13 वीं इकाई के कंट्रोल रूम को काफी क्षति पहुंची है। इसके अलावा नौवीं और 10वीं इकाई को उत्पादन क्षति सहित कंट्रोल रूम में दिक्कतें आयी थी। केबल गैलरी में लगी आग के कारण बंद हुई 200 मेगावाट वाली चार इकाइयों में तीन इकाइयों को चालू कर दिया गया है। उत्पादन निगम प्रबंधन द्वारा दिए गए आदेश के तहत 11वीं इकाई को 120 दिनों में चालू करना था। बहरहाल प्रशासन ने इसे 53 दिनों में लाइटअप कर बड़ी सफलता पाई थी। इससे पहले 200 मेगावाट वाली नौवीं और दसवीं इकाई को भी तय दो माह के समय से पहले नवम्बर में ही चालू कर दिया गया था।