बैंककर्मियों की हड़ताल से 150 करोड़ का लेन-देन प्रभावित
जागरण संवाददाता सोनभद्र सरकार की गलत नीतियों व नवंबर 2017 से लंबित वेतन समझौता शीघ्र लागू किया जाए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी शुक्रवार से दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए। राबर्ट्सगंज नगर स्थित इलाहाबाद बैंक शाखा के सामने बैंक कर्मियों ने प्रदर्शन कर नारेबाजी की। मांग पूरी न होने पर मार्च में तीन दिवसीय हड़ताल की चेतावनी दी गई है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : सरकार की गलत नीतियों व नवंबर 2017 से लंबित वेतन समझौता शीघ्र लागू किया जाए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी शुक्रवार से दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए। जनपद में स्थित 15 बैंकों की 106 शाखाओं में हड़ताल से लगभग 150 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ। लीड बैंक अधिकारी एसडी संतोषी ने बताया कि राष्ट्रीयकृत बैंकों में हड़ताल से करीब डेढ़ सौ करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ है। यदि बैंक कर्मियों से कोई समझौता नहीं होता है और एर फरवरी को भी हड़ताल होती है तो काफी क्षति उठानी पड़ेगी।
राबर्ट्सगंज नगर स्थित इलाहाबाद बैंक शाखा के सामने बैंककर्मियों ने प्रदर्शन कर नारेबाजी की। मांग पूरी न होने पर मार्च में तीन दिवसीय हड़ताल की चेतावनी दी गई है। जिले में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन व आल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन के आह्वान पर बैंक कर्मियों ने हड़ताल किया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण बैंक सेक्टर बदहाली की दौर से गुजर रहा है। बैंकों में कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की सरकार को फिक्र नहीं है। बैंक कर्मियों के वेतन को लेकर नवंबर 2017 में सरकार से कुछ समझौता हुआ था। सरकार ने उसे लागू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बावजूद उस समझौते को लागू नहीं किया गया, जिससे बैंककर्मियों में अब नाराजगी बढ़ गई है।
इलाहाबाद बैंक शाखा राबर्ट्सगंज के सामने प्रदर्शन करने वालों में किशोर कुमार सिंह, सुबोधकांत दिवाकर, मोहन सिंह मेहरा, श्याम नारायण विश्वकर्मा, पारसनाथ राय, अनिल कुमार, रामनारायण, शिवचंद्र रामप्रसाद, सत्येंद्र मौर्या, पतेश्वर नाथ शर्मा व आशुतोष कुमार आदि उपस्थित रहे। मार्च में तीन दिवसीय हड़ताल
बैंककर्मियों के संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि दो दिवसीय हड़ताल के बावजूद उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो वे मार्च में तीन दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे। बैंक कर्मियों ने बताया कि 11, 12 व 13 मार्च को हड़ताल प्रस्तावित है। एटीएम भी रहे बंद, परेशान रहे लोग
राष्ट्रीयकृत बैंकों के दो दिवसीय हड़ताल का उपभोक्ताओं पर बड़ा प्रभाव पड़ा है। पहले दिन शुक्रवार को इन बैंकों के एटीएम भी बंद रहे। उपभोक्ताओं को उम्मीद थी कि एटीएम से रुपये निकल जाएगा लेकिन इन बैंकों के एटीएम बंद होने से लोगों का रुपये नहीं मिले और वे परेशान रहे। प्रमुख मांगें
1- वेतन में कम से कम 20 फीसद वृद्धि और पर्याप्त लोडिग फैक्टर बढ़ाना।
2- पांच दिन बैंकिग।
3- मूल वेतन के साथ विशेष भत्ते का भुगतान।
4. नई पेंशन योजना (एनपीएस) को हटा कर पुरानी पेंशन लाना।
5- अपडेशन ऑफ पेंशन।
6- परिवार पेंशन में सुधार।
7- परिचालन लाभ के आधार पर कर्मचारी कल्याण कोष को आवंटन।
8- रिटायरल लाभों पर आयकर से छूट
9- बिजनेस आवर्स, लंच ऑवर, आदि की शाखाओं की एकसमान परिभाषा।
10- अधिकारियों के लिए निर्धारित कार्य समय।
12- अनुबंध कर्मचारियों व व्यवसाय के लिए समान कार्य के लिए योग्य वेतन।