Move to Jagran APP

कोरोना संकट के कारण 13वीं इकाई नहीं हो पा रही चालू

कोरोना संकट के कारण एक बार पुन अनुरक्षण और मरम्मत में चल रही ओबरा तापीय परियोजना की 200 मेगावाट वाली 13वीं इकाई को झटका लगा है। अप्रैल 2020 में कोरोना के कारण एक वर्ष की देरी झेल चुकी इस इकाई के चालू होने में पुन देरी हो सकती है। इकाई के बायलर के होनी वाले निरीक्षण में देरी से इकाई चालू नहीं हो पा रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 06:17 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 06:17 PM (IST)
कोरोना संकट के कारण 13वीं इकाई नहीं हो पा रही चालू
कोरोना संकट के कारण 13वीं इकाई नहीं हो पा रही चालू

जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : कोरोना संकट के कारण एक बार पुन: अनुरक्षण और मरम्मत में चल रही ओबरा तापीय परियोजना की 200 मेगावाट वाली 13वीं इकाई को झटका लगा है। अप्रैल 2020 में कोरोना के कारण एक वर्ष की देरी झेल चुकी इस इकाई के चालू होने में पुन: देरी हो सकती है। इकाई के बायलर के होनी वाले निरीक्षण में देरी से इकाई चालू नहीं हो पा रही है। कोरोना संक्रमण के कारण कानपुर से आने वाले बायलर निरीक्षक का कार्यक्रम लगातार टलते जा रहा है। इसके कारण आवश्यक स्ट्रीम एवं इलेक्ट्रिक परीक्षण नहीं हो पा रहा है। इस इकाई को बीते 13 अप्रैल को ही क्रियाशील किया जाना था, लेकिन बायलर निरीक्षक के नहीं आने के कारण इकाई को उत्पादनरत नहीं किया जा सका। इसके कारण ओबरा परियोजना को करोड़ो रूपये की उत्पादन क्षति झेलनी पड़ रही है। 200 मेगावाट क्षमता की प्रदेश की सबसे पुरानी इकाइयों में एक इस इकाई के चालू करने के लिए टेस्ट लाइटप पिछले कई माह से चल रहा था। टेस्ट लाइटप सहित कई अन्य परीक्षण से होने वाला शोर काफी ज्यादा होता है। इससे होने वाला शोर 10 किलोमीटर से ज्यादा दूर से सुना जा सकता है। अप्रैल के प्रथम सप्ताह में हुए कई परीक्षण के दौरान यह शोर कई बार सुना गया। इस इकाई को मार्च 2018 में आरएंडएम के लिए बीएचईएल (भेल) को सौंपा गया था। इस इकाई के अनुरक्षण व मरम्मत काम पूरा होने की तिथि जून 2019 रखी गयी थी लेकिन बीते 14 अक्तूबर 2018 को हुए अग्निकांड में इस इकाई को भी भारी नुकसान पहुंचा था। इसके कारण इस इकाई के अनुरक्षण व मरम्मत पूरा होने की तिथि जून 2019 से बढ़ाकर मई 2020 करनी पड़ी थी। बाद में इसे एक माह पहले 15 अप्रैल 2020 तक चालू करने का लक्ष्य तय कर दिया गया था, लेकिन लाकडाउन के कारण इसमें और एक वर्ष की देरी हो गई। अब पुन: अप्रैल 2021 में भी इकाई के चालू नहीं होने से चिता बढ़ गई है। कोरोना संक्रमण जिस तरह बढ़ रहा है उसमें बायलर निरीक्षण का कार्यक्रम फिलहाल संभव नहीं दिख रहा है। ओबरा की 12 वीं इकाई ट्रिप

loksabha election banner

ओबरा तापघर की 200 मेगावाट वाली 12 वीं इकाई मंगलवार रात में बायलर ट्यूब लीकेज के कारण बंद हो गयी। उक्त इकाई को पुन: चालू होने में 60 घंटे का समय लगेगा। उधर नौवीं इकाई से 165 मेगावाट, 10वीं इकाई से 173 मेगावाट एवं 11वीं इकाई से 136 मेगावाट उत्पादन हो रहा था। बुधवार की शाम तक परियोजना का कुल उत्पादन 474 मेगावाट था। उधर ओबरा जलविद्युत घर की एक इकाई से 30 मेगावाट उत्पादन जारी था। 200 मेगावाट वाली 13वीं इकाई के बायलर निरीक्षण का कार्य नहीं हो पा रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण बायलर निरीक्षक का कार्यक्रम टल गया है। हम प्रयास कर रहे हैं कि जल्द से जल्द बायलर निरीक्षण पूरा हो जिससे इकाई में होने वाले अंतिम परीक्षण को पूरा कर लिया जाए।

-इ. आरपी सक्सेना, सीजीएम ओबरा तापीय परियोजना।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.