पदयात्रा निकाल कृषि कानून का विरोध प्रदर्शन
जागरण संवाददाता बीजपुर (सोनभद्र) स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत बकरीहवां तिराहे पर बुधवार ।
जागरण संवाददाता, बीजपुर (सोनभद्र) : स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत बकरीहवां तिराहे पर बुधवार को कांग्रेस व राहुल-प्रियंका सेना ने कृषि कानून को काला कानून बताते हुए इलाके के किसानों के साथ पदयात्रा निकाली। सैकड़ों किसानों के साथ 10 किमी धान गोदाम चपकी तक पैदल यात्रा कर विरोध प्रदर्शन किया। इसमें प्रदेश महासचिव राजेश द्विवेदी भी थे।
सभा में कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामराज गोंड़ ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों का भला नही बल्कि उद्योगपतियों का भला करने में लगी है। किसान एक महीने से भीषण ठंड में दिल्ली के सड़कों पर काला कानून वापस लेने के लिए धरना दे रहे हैं। वहां ठंड से किसान मर रहे हैं, लेकिन सरकार नए कृषि कानून को किसानों के लिए बेहतर बताने में लगी हुई है। सभी वक्ताओं ने नए कृषि कानून को डेथ कानून बताते हुए तत्काल वापस लेने की मांग की। इसमें जिलाध्यक्ष बीके मिश्रा, गोपाल भाई, ज्ञानेंद्र तिवारी, जिला महासचिव रोशन खान, संतोष दुबे, ज्ञान वल्लभ दुबे, ज्ञानू महाराज, बभनी ब्लाक उपाध्यक्ष प्रियांशु दुबे, संगीता खरवार, मनोज पांडेय, उपेंद्र तिवारी, रंजीत सिंह, कृष्ण मुरारी जायसवाल, जिला महिला पूर्व जिलाध्यक्ष संगीता देवी, प्रकाशचंद अग्रहरि सहित सैकड़ों किसान और ग्रामीण शामिल रहे। शांति व्यवस्था में प्रभारी निरीक्षक बीजपुर श्यामबहादुर यादव, मयंक यादव मय फोर्स उपस्थिति रहे।
किसानों के समर्थन में निकाला जुलूस
जासं, बभनी (सोनभद्र) : कृषि कानून के समर्थन में बुधवार को युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चपकी से महुअरिया मोड़ तक मशाल जुलूस निकाला। इस दौरान केंद्र सरकार से कृषि कानून को वापस लेने की मांग की। आरोप लगाया कि यह कानून किसानों को पूरी तरह से बर्बाद कर देगा। जुलूस का नेतृत्व कर रहे युवा कांग्रेस लोकसभा अध्यक्ष आशुतोष कुमार दुबे ने कहा कि जब से केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है वह किसान व युवा विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए कानून लाने का काम किया है। दुबे ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की मांग मानते हुए अविलंब संसद का सत्र बुलाए और पूरे देश के किसानों से माफी मांगे। इसमें प्रमोद पांडेय, श्रीकांत मिश्रा, सूरज वर्मा, अनिल चौबे, राजू आदि रहे।