बरेली नेशनल हाईवे पर फिर अटक गया काम
एनएचएआइ से पैसा न जारी होने की वजह से दिक्कत
सीतापुर : बरेली नेशनल हाईवे पर काम एक बार फिर से रुक गया है। बताया जा रहा है कि एनएचएआइ से निर्माण करा रही फर्म को भुगतान न हो पाने की वजह से यह दिक्कत आ रही है। काफी दिनों से धनराशि नहीं दी गई है। ऐसे में पिछले करीब 10 वर्षों से बन रही इस सड़क के चौड़ीकरण के काम पर ब्रेक लग गया है।
दिल्ली जाने के लिए बरेली नेशनल हाईवे ही आसपास के जिलों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इस सड़क का चौड़ीकरण पिछले 10 वर्षों से भी अधिक समय से लटका है। पहले एक फर्म के दिवालिया होने के बाद दिक्कत आई थी। अब दोबारा टेंडर होने के बाद काम शुरू तो हुआ लेकिन, फिर दिक्कत आ गई है। बताया जा रहा है कि कंसल्टेंसी कंपनी की रिपोर्ट न मिलने के कारण भुगतान नहीं हो पा रहा है। यहां बता दें कि इस सड़क के चौड़ीकरण का काम राज कॉरपोरेशन और उसकी तीन सहयोगी कंपनियां देख रहीं हैं।
अगर सीतापुर और आसपास हो रहे काम पर नजर डालें तो यह स्थिति खुद-ब-खुद स्पष्ट हो जा रही है। दीपावली के आसपास सीतापुर शहर में मिश्रिख रोड के लिए ग्रेड सेप्रेटर पर काम शुरू हुआ था। अब यह फिर ठप है। यही नहीं, हेमपुर रेलवे क्रॉसिग व अन्य स्थानों पर भी यही दिक्कत है। ऐसे में अगर भुगतान शीघ्र न हुआ तो दिक्कतें और भी बढ़ सकती हैं। नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) बरेली के जिम्मेदार अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई लेकिन, उनका पक्ष नहीं मिल सका।
ऐसे होता है भुगतान
इस सड़क के चौड़ीकरण का काम कर रहीं कंपनियां अपने काम के बिल व बाउचर एनएचएआइ में देती हैं। इसके बाद एनएचएआइ धनराशि का भुगतान करती है।सूत्र बताते हैं कि एनएचएआइ बरेली ने निर्माण की देखरेख के लिए एक निजी कंपनी को जिम्मेदारी दी है।
वर्जन
मंत्री के पास जाएगा मामला
'सीतापुर-बरेली नेशनल हाईवे का मामला मैंने पहले भी संसद में उठाया था। अब काम रोका गया है तो मैं दोबारा केंद्रीय मंत्री के पास यह मामला ले जाऊंगी। दो से तीन दिन में इसे सुलझाया जाएगा।'
- रेखा वर्मा, सांसद व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
भाजपा