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रामाभारी में मौत के बाद भी नहीं चेते जिम्मेदार

गांव में सैनिटाइजेशन न ही किसी दवा का छिड़काव गली मुहल्लों में गंदगी कई लोग जुकाम बुखार व खांसी से ग्रस्त कोविड टेस्ट भी नहीं कराया

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 May 2021 09:51 PM (IST)Updated: Fri, 21 May 2021 09:51 PM (IST)
रामाभारी में मौत के बाद भी नहीं चेते जिम्मेदार

सीतापुर: कोरोना की पहली लहर में की रामाभारी गांव सुर्खियों में आ गया था। यहां तीन जमाती कोविड संक्रमित मिले थे। इस बार फिर महिला समेत दो लोगों को कोरोना हो गया। इसमें महिला की जिला अस्पताल एल-2 में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। तीन अन्य लोगों की भी मृत्यु हो चुकी है, पर इनमें कोविड टेस्ट नहीं हुआ था। वैसे इन्हें सांस में दिक्कत होने से मौत का कारण बताया जा रहा है। पिछले सप्ताह में मजरा पचरुखी में एक व्यक्ति संक्रमित हुआ है।

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शुरू में मिला था एक जोड़ी ग्लब्स व मास्क

आशा विजय कुमारी, शाहीन बेगम और अलकमां ने बताया, वह तीनों गांव में एक-एक हजार की आबादी पर काम करती हैं। शुरू में सीएचसी से उनको एक जोड़ी ग्लब्स और एक माक्स मिला था। बीमार लोगों के लिए एएनएम ने दवाएं दी थी। जिसमें बांट दिया है। एएनएम मंजू लता ने बताया, रामाभारी में दर्जन भर लोग जुकाम, बुखार, खांसी से परेशान हैं। गांव में सैनिटाइजेशन या कीटनाशक छिड़काव नहीं हुआ है 18 मई को कैंप लगा था। इसमें 20 लोगों को टीका हुआ है।

हमारा अभी शपथ ग्रहण बाकी..

प्रधान अरबाब ने बताया की पचुरुखी गांव में युवक संक्रमित मिला है। बैरीकेडिग कराई गई है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गांव में कोरोना बचाव के कोई इंतजाम नहीं कराए गए हैं। एक सफाई कर्मी है। हमारा अभी शपथ ग्रहण भी नहीं हुआ है। रामाभारी गांव की निगरानी समिति में शामिल लोग:

ग्राम पंचायत सचिव अंबिका प्रसाद, लेखपाल लाल साहब, एएनएम मंजूलता, कोटेदार प्रेम कुमारी, पंचायत मित्र दयाराम, आंगनबाड़ी, आशा। अनदेखी से नाराज हैं ग्रामीण

चित्र-20 एसआइटी-18-

हमारी उम्र 65 वर्ष है। गांव में सैनिटाइजेशन या कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी नहीं हुआ है। मास्क भी नहीं मिले हैं, जबकि जुकाम, बुखार से कई लोग पीड़ित हैं। कोई स्वास्थ्य कर्मी जांच कराने या दवा देने नहीं आया है। महीने भर में चार लोगों की मृत्यु हो चुकी है।

-कमलेश मौर्य मृदु चित्र-20 एसआइटी-19-

हमारी आयु 73 वर्ष की है। आशा के अलावा गांव में कोई भी झांकने नहीं आया है। हमने बिसवां सीएचसी में जाकर कोविड टीका लगवा लिया है। महामारी है, कम से कम गांव में दवा का छिड़काव कराना चाहिए। लोग खांसी, बुखार जुकाम से परेशान हैं।

- टीकाराम


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