घाघरा व शारदा का जलस्तर बढ़ा, अखरी-अंगरौरा में मार्ग जलमग्न
खेतों का भी नदी कर रही कटान सुरक्षित स्थानों की तरफ लोग कर रहे कूच।
सीतापुर : शारदा और घाघरा नदी का जलस्तर शुक्रवार की रात से बढ़ रहा है। इससे नदी का प्रवाह खेतों का कटान कर रहा है। रामपुर मथुरा का अखरी व अंगरौरा गांव नदी के प्रकोप से कटान के मुहाने पर हैं। दहशत के चलते दोनों गांवों के लोग सुरक्षित स्थानों की ओर कूच कर रहे हैं। एक सप्ताह से नदियों का जलस्तर सामान्य था। जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों में हड़कंप का माहौल है। वहीं, नदियों का पानी मार्गो पर पहुंचने से आवागमन भी बाधित हो गया है।
अखरी से परमगोंडा जाने वाली सड़क का नदी कटान कर रही है। सड़क कट गई तो अखरी गांव पर संकट बढ़ जाएगा। ऐसे में अखरी गांव के अस्तित्व पर खतरा है। बेहटा का लीलापुरवा गांव तथा प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय बरछता कटान के मुहाने पर हैं। शारदा नदी विद्यालय से कुछ मीटर की दूरी पर बह रही है। लीलापुरवा गांव पर भी कटान का खतरा है। लेखपाल नृपेंद्र यादव ने बताया कि अभी कटान की गति धीमी है। नदी की स्थिति पर बराबर नजर रखी जा रही है। कटान पीड़ितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। जलस्तर और बढ़ा तो लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा।
वहीं रेउसा का परमेश्वर पुरवा, पासिन पुरवा, खुशी पुरवा, जट पुरवा, पुत्तीपुरवा, मेवड़ी छोलहा गांवों पर भी खतरा बढ़ गया है। यहां शारदा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। बोधवा-बरछता व कम्हरिया-शेखूपुर, बढ़इनपुरवा में भी बचाव कार्य चल रहा है। पिछले सप्ताह एक्सईएन सिचाई विभाग विशाल पोरवाल ने बचाव कार्यों का निरीक्षण कर कार्य जल्द पूरा करने का निर्देश दिया था। बढ़ईन पुरवा गांव भी खतरे की जद में है। गांव को कटान से बचाने के लिए सिचाई विभाग तटबंध निर्माण कार्य जोरों पर कर रहा है।
गुरुवार को डीएम विशाल भारद्वाज सिचाई विभाग के अधिकारियों के साथ यहां पहुंचे थे। शारदा नदी ने कटान तेज किया तो परमेश्वर पुरवा, पासिन पुरवा, खुशी पुरवा, जट पुरवा, मेवड़ी छोलहा गांवों को भी खतरा बढ़ जाएगा। लेखपाल सदानंद वर्मा ने बताया कि राजस्व विभाग नदियों के जलस्तर की निगरानी कर रहा है। बाढ़ की स्थिति में सरकारी तंत्र हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएगा।