परीक्षा केंद्रों की चौखट पर धराशायी हो गईं कई अभ्यर्थियों की उम्मीदें
काफी संख्या में पीईटी अभ्यर्थियों को नहीं मिला परीक्षा केंद्रों में प्रवेश। सुबह 930 बजे के बाद केंद्रों पर पहुंचे अभ्यर्थी हुए निराश।
सीतापुर : मेहनत और लंबे इंतजार के बाद बेरोजगार युवाओं को मंगलवार को परीक्षा केंद्र की चौखट से बैरंग लौटना पड़ा। जिले में प्राथमिक अर्हता परीक्षा से ज्यादातर परीक्षार्थियों को वंचित रहना पड़ा। यह परीक्षार्थी विद्यालय गेट पर अनुनय-विनय करते रहे। लेकिन, किसी ने भी इनकी नहीं सुनी। निराश युवाओं ने हंगामा भी किया, मगर उसका भी कोई असर नहीं हुआ। हताश होकर ये अभ्यर्थी घर को लौट गए।
परीक्षा की ²ष्टि से जिले में 56 केंद्र स्थापित किए गए थे। इन केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा हुई। पहली पाली सुबह 10 से 12 बजे तक व दूसरी पाली दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक आयोजित हुई। पंडित सूर्यबक्श आनंदी सहगल बालिका इंटर कालेज में परीक्षा से वंचित अभ्यर्थियों का कहना है कि वे समय से पहले ही पहुंच गए थे। यहां उनका बैग और मोबाइल फोन आदि रखवा लिया गया। उसके बाद स्लिप भी दे दी गई। सुबह 9:15 बजे के बाद सभी 126 परीथार्थियों को प्रवेश करने से रोक दिया गया। मजिस्ट्रेट से भी बात की। लेकिन, उन्होंने भी कुछ नहीं सुना। अभ्यर्थियों ने डीएम से शिकायत करते हुए न्याय की मांग की है।
डीएम विशाल भारद्वाज ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर समय से पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया। वहीं, जो परीक्षार्थी सुबह 9:30 के बाद आए होंगे, उनको ही प्रवेश से वंचित रखा गया होगा। मेरे पास ऐसे किसी भी परीक्षार्थी की शिकायत नहीं आई है।
केस - एक : पं. सूर्यदत्त आनंदी सहगल बालिका इंटर कालेज में प्रारंभिक आर्हता परीक्षा से 126 परीक्षार्थी वंचित रह गए। काफी हंगामे के बाद भी उन्हें केंद्र के अंदर नहीं जाने दिया गया। अब इन सभी ने डीएम से गुहार लगाई है।
केस - दो : आरती देवी शहर स्थित म्यूनिसिपल इंटर कालेज में परीक्षा देने पहुंचीं। आरती को गेट से वापस कर दिया गया। उनका कहना है वह परीक्षा केंद्र पर 15 मिनट पहले पहुंच गईं थीं। स्लिप लेने के बाद भी अंदर जाने नहीं दिया गया। अपनी शिकायत लेकर वह डीएम के पास पहुंचीं।
केस - तीन : महोली की श्रेया अपने चाचा अंबुज मिश्र के साथ परीक्षा देने के लिए नैपालापुर के निकट एक परीक्षा केंद्र पर पहुंचीं। लेकिन, 10 मिनट की देरी की वजह से उन्हें परीक्षा में बैठने का मौका नहीं मिल पाया। पहले तो उन्हें हेमपुर रेलवे क्रासिंग बंद मिली और फिर फायर ब्रिगेड के निकट क्रासिग बंद मिली। जाम से भी जूझना पड़ा।