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शिक्षक पात्रता परीक्षा निरस्त होने से अभ्यर्थियों में रोष

जिले में 33 केंद्रों पर 24389 परीक्षार्थियों को देनी थी टीईटी पहली पाली को मध्य में ही रोककर प्रश्नपत्र लिया गया वापस

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 11:07 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 11:07 PM (IST)
शिक्षक पात्रता परीक्षा निरस्त होने से अभ्यर्थियों में रोष
शिक्षक पात्रता परीक्षा निरस्त होने से अभ्यर्थियों में रोष

सीतापुर: शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रश्नपत्र लीक होने के कारण रविवार को परीक्षा निरस्त कर दी गई। सूचना मिलते ही परीक्षा केंद्रों में पहली पाली को बीच में ही रोक दिया गया। वहीं, अचानक परीक्षा रद होने से अभ्यर्थियों को निराशा हुई तो कुछ ने नाराजगी भी जताई।

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रविवार को जिले के 30 परीक्षा केंद्रों पर टीईटी शिक्षक पात्रता परीक्षा होनी थी। इसमें 24389 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। पहली पाली में 24389 अभ्यर्थियों को 33 केंद्रों पर परीक्षा देनी थी। जबकि दूसरी पाली के लिए 9333 अभ्यर्थी पंजीकृत थे।

पहली पाली की परीक्षा नियत समय पर प्रात: दस बजे से शुरू हुई। इस बीच प्रश्नपत्र लीक होने की सूचना आई। उसके बाद प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारी अलर्ट हो गए। करीब आधे घंटे बाद जब परीक्षा को पूर्ण रूप से रद्द होने का आदेश आया तो केंद्रों को सूचना दी गई। कालेज के गेट बंद करा दिए गए। केंद्र व्यवस्थापक व उनके सहयोगियों ने अभ्यर्थियों से प्रश्नपत्र लीक होने का हवाला देते हुए परीक्षा रद्द होने की सूचना दी। साथ ही प्रश्नपत्र वापस कर सभी को वापस जाने को कहा। सभी प्रश्नपत्रों, ओएमआर शीट को कोषागार में जमा करा दिया गया। चित्र: 28 एसआइटी 19 से 24 परीक्षा निरस्त होने पर अभ्यर्थियों ने व्यक्त की नाराजगी

इतनी ठंडमें सुबह महोली से बाइक से आया। पेपर मिलने के करीब 45 मिनट के बाद अचानक से बता दिया जाता है कि परीक्षा निरस्त हो गई है। यह शासन-प्रशासन की विफलता है।

शिवम शुक्ला अगर ऐसे ही परीक्षा निरस्त होनी थी तो पहले कर देनी चाहिए थी। आधा पेपर देने के बीच में हम लोगों को बताया जाता है कि पेपर नहीं देना है। सरकार के प्रबंधन में कमी है।

-अंब्रीश राजवंशी परीक्षा को लेकर काफी समय से मेहनत कर रहा था। शनिवार को रात भर तैयारी की, लेकिन शासन-प्रशासन की खामियों के चलते युवाओं को भुगतना पड़ रहा है।

-गौरव शुक्ला करीब दो साल बाद परीक्षा होने की नौबत आई थी जो कुप्रबंधन की भेंट चढ़ गई। इससे लाखों युवाओं को परेशानी का सामना करना पड़ा है। दिन-रात की मेहनत खराब हो गई।

-गुड़िया शुक्ला पांच सौ रुपये का पेट्रोल डालकर मोटरसाइकिल से रामपुर-मथुरा से आया था। 75 प्रश्न भी हल कर लिए थे कुछ ही प्रश्न बाकी थे। इस बीच परीक्षा निरस्त होने की सूचना आई। इसकी भरपाई कौन करेगा।

-इकरामुदुदीन अभी यहां बड़े-बड़े कार्यक्रम हो गए। किसी की कुर्सी तक नहीं हिली, पेपर लीक हो गया। सरकार युवाओं के भविष्य की ओर ध्यान दें। दो साल बाद परीक्षा हुई। यूपी में कोई भी परीक्षा ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

-रोहन वर्जन::

पेपर लीक होने की सूचना मिलते ही परीक्षा तुरंत रोक दी गई। सभी केंद्र अध्यक्षों से ओएमआर शीट जमा कराकर जिला कोषागार में सुरक्षित रखवा दी गई है। अगली तिथि निर्धारित होने पर ही परीक्षा कराई जाएगी।

-देवी सहाय तिवारी, डीआइओएस चित्र: 28 एसआइटी 27 से 29 शासन का निश्शुल्क यात्रा का निर्देश, एआरएम को नहीं मिला आदेश

प्रश्नपत्र निरस्त होने के बाद सरकार ने ट्विटर हैंडल पर यह लिखा कि परीक्षार्थियों को निश्शुल्क उनके घर तक पहुंचाया जाए। परीक्षार्थियों को प्रवेशपत्र देखकर निश्शुल्क यात्रा करने दी जाए। जब अभ्यर्थी बस अड्डे पहुंचे तो यहां उनको कोई सुविधा नहीं मिली। अचानक से अभ्यर्थियों की भीड़ बढ़ने से बसों में जगह कम पड़ गई। जब परीक्षार्थियों ने बस चालकों को प्रवेश पत्र दिखाकर निश्शुल्क यात्रा के लिए कहा तो उन्होंने बताया ऐसा कोई आदेश उनको नहीं मिला है। लिहाजा मजबूरन परीक्षार्थियों को टिकट लेना पड़ा।

वर्जन::

निश्शुल्क सफर का कोई भी विभागीय आदेश नहीं मिला है। परीक्षार्थियों के आने-जाने के लिए बसें पर्याप्त हैं। कहीं कोई समस्या नहीं है।

-राकेश कुमार, एआरएम


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