टूटी पटरी, ट्रेन रोककर टाला बड़ा हादसा
रविवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
सिधौली (सीतापुर): रविवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। सिधौली और कमलापुर के बीच सुरैंचा हाल्ट के पास पेट्रोलिग के दौरान कीमैन ने पटरी चटकी देख सूझबूझ का परिचय देते हुए फौरन स्टेशन मास्टर को सूचना दी, इससे लखीमपुर से लखनऊ जा रही पैसेंजर ट्रेन को टूटी पटरी से गुजरने से पहले ही रोक लिया गया।
दरअसल, सुबह लखीमपुर से पैसेंजर ट्रेन 55061 लखनऊ जा रही थी। ट्रेन कुछ दूरी पर थी, इस दौरान सुबह कीमैन वर्मानंद पटरियों की पेट्रोलिग कर रहा था। उसकी नजर टूटी पटरी पर पड़ी। ये देख उसने स्टेशन मास्टर को मामले की जानकारी दी। बताया जाता है कि ट्रेन मौके पर पहुंचने ही वाली थी, इस बीच स्टेशन मास्टर की सूचना पर ड्राइवर ने ट्रेन को रोक लिया। सूचना मिलने पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर शाहिद वकील टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जांच पड़ताल की गई। पटरी की मरम्मत की गई। इस दरम्यान करीब एक घंटे तक ट्रेन यहां पर खड़ी रही। इसके बाद ट्रेन को धीमी गति से रवाना किया गया। हालांकि, रेल पटरी कैसे टूटी, इसका पता अभी तक नहीं चल सका है। अगर जरा सी लापरवाही होती तो एक बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन दुर्घटना टलने से रेल प्रशासन ने राहत की सांस ली है। सीनियर सेक्शन इंजीनियर का कहना है कि टूटी पटरी की जांच के बाद कार्रवाई होगी।
दो से तीन इंच का गैप
रेल पटरी में करीब 2 से 3 इंच का गैप पाया गया है। पटरी किन कारणों से चटकी, ये अभी तक पूरी तरह से साफ नहीं हो सका है।
ठंड में चटक जाती हैं पटरियां
जंक्शन अधीक्षक एके शुक्ला ने बताया कि ठंड के मौसम में रेल की पटरियां अपने आप चटक जाती हैं। सिकुड़ने की वजह से पटरी टूटी है। 30 किमी का लगा प्रतिबंधक कॉसन
रेल पटरी की मरम्मत के बाद टीम ने जितनी दूरी में पटरी चटकी है, उसके आसपास 30 किमी का प्रतिबंध कॉसन लगा दिया था। पटरी बदली न जाने तक ट्रेनें 30 किमी की रफ्तार से ही यहां से निकलेंगी। पटरी बदलने के बाद रफ्तार सामान्य होगी।