पंचायत चुनाव को रिहर्सल, दागे आंसू गैस के गोले
आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस की
सीतापुर : आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस की तैयारियां जोरों पर हैं। रविवार को पुलिस लाइन में दंगा नियंत्रण एवं बलवा ड्रिल का अभ्यास कराया गया। ड्रिल में पुलिस के जवानों ने दंगा निरोधी उपकरणों व वाहनों के साथ डेमोंस्ट्रेशन किया गया। ड्रिल के उपरांत थाना प्रभारियों के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने भी दंगा नियंत्रण उपकरणों का प्रदर्शन किया है। इस दौरान एएसपी उत्तरी डॉ. राजीव दीक्षित, एएसपी-दक्षिणी नरेंद्र प्रताप सिंह व सभी सर्किल पुलिस ऑफीसर और थाना प्रभारी थे। विभिन्न थानों की पुलिस भी थी। बलवा ड्रिल में आंसू गैस के 20 गोले भी दागे गए। इन गोलों से निकले धुंए से कई पुलिस कर्मी भी अपने आंसू पोछते दिखे। बलवा ड्रिल का कार्यक्रम पुलिस लाइन में सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक चला।
इस तरह हुआ बलवा ड्रिल
बलवा ड्रिल का अभ्यास हो रहा था। इसमें अराजक तत्वों की भीड़ पर कैसे नियंत्रण पाना है, किस तरह की कार्रवाई करनी है और कैसे करना है। बखूबी समझाया-बताया और प्रदर्शन में दिखाया गया। प्रदर्शन में दिखाया गया कि अराजक तत्व सरकारी संपत्ति का नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। खबर मिलने पर नागरिक पुलिस को भेजकर भीड़ को समझाने की कोशिश करती है, पर अराजकतत्व नहीं मानते हैं। एलआइयू टीम भेजी जाती है। एलआइयू से रिपोर्ट ली जाती है। फिर फायर ब्रिगेड को भेजकर अराजक तत्वों की भीड़ पर ठंडे पानी से बौछार कराई जाती है। भीड़ तितर-बितर नहीं होने पर घुड़सवार पुलिस भेजी जाती है। इसके बाद भी अराजक तत्व भारी पड़ रहे होते हैं तो एंटी राइट गन से आंसू गैस के गोले छोड़े जाते हैं। फिर भी लोग नहीं हटे तो रबड़ बुलेट का प्रयोग हुआ, पर अराजक तत्व कंट्रोल में नहीं आए। ऐसी दशा में लाठी पार्टी भेजी गई, पर भीड़ कंट्रोल में नहीं आई। फिर भीड़ को विधि विरुद्ध घोषित कर फायर कराया गया। एक राउंड फायर के बाद देखा गया कि भीड़ भागने लगी। फायरिग में एक घायल होता है, जिसे उपचार के लिए भेजा जाता है। फिर थाने पर सूचना दी गई मुकदमा लिखा गया।