भोजन करते वक्त बिगड़ी प्रधानाध्यापक की हालत, बीईओ पर आरोप
परसेंडी के प्राथमिक विद्यालय शेखवापुर के प्रधानाध्यापक
सीतापुर : परसेंडी के प्राथमिक विद्यालय शेखवापुर के प्रधानाध्यापक रूप चंद्र अवस्थी की शनिवार दोपहर भोजन के दौरान अचानक तबियत बिगड़ गई। बेहोशी की हालत में देख साथी शिक्षक उन्हें एंबुलेंस से जिला अस्पताल लेकर आए। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती प्रधानाध्यापक ने सहायक अध्यापक पर भोजन में कुछ मिला देने का आरोप लगाया है। इसमें उन्होंने बीईओ के भी शामिल होने का आरोप लगाया है।
बताया, वह गांव में भ्रमण कर लौटे थे और विद्यालय में रखे टिफिन से भोजन कर रहे थे। थोड़ा भोजन कर पाए थे कि उनकी तबियत बिगड़ने लगी। उलटियां हुईं और चक्कर आकर बेहोश हो गए। इलाज से कुछ सुधार आने पर उन्होंने बताया, बीईओ उन्हें पांच महीने से लगातार हर रोज शाम तीन बजे बुलाते हैं। विभिन्न तरह से धमकाते हैं। प्रधानाध्यापक ने यह भी बताया कि, वह महमूदाबाद बीआरसी से चार साल पहले शेखवापुर विद्यालय में ट्रांसफर होकर आए थे। इस चार साल में उनके पास सिर्फ एक साल प्रधानाध्यापक पद का चार्ज रहा। वर्तमान में भी उनके पास चार्ज नहीं है। प्रधानाध्यापक पद का अतिरिक्त चार्ज बीईओ ने सहायक अध्यापक को दे रखा है। कहा, 18 महीने से शिक्षा मित्र स्कूल नहीं आ रहा है और उसका मानदेय लगातार हर महीने भुगतान हो रहा है। इन्हीं कई बातों का वह विरोध कर रहे थे। इस कारण उनसे बीईओ, प्रभारी प्रधानाध्यापक व शिक्षा मित्र नाराज हैं।
रूप चंद्र का हर जगह विवाद..
बीईओ अशोक यादव का कहना है कि रूप चंद्र अवस्थी निलंबित थे। कुछ समय पहले ही बहाल हुए हैं तो चार्ज नहीं ले रहे हैं। कई बार बीआरसी पर बुलवाया तो प्रभारी प्रधानाध्यापक विजय व रूप चंद्र अवस्थी आए भी थे लेकिन, रूप चंद्र अवस्थी चार्ज लेने को राजी नहीं हुए। इनका स्कूल में गांव में हर जगह विवाद है। इनकी दो वेतनवृद्धि भी रोकी गई थी। आइजीआरएस में भी इनकी कई शिकायतें हैं। अब ये बताइए कि जो प्रधानाध्यापक अपने बीईओ पर आरोप लगा रहा है तो वह अन्य लोगों के साथ क्या व्यवहार करता होगा।