कोरोना के बाद कमजोरी और चिड़चिड़ापन कर रहा परेशान
जिला अस्पताल के पोस्ट कोविड वार्ड में इलाज के लिए आने वालों को यही दिक्कतें
सीतापुर:
केस 1- रोटीगोदाम निवासी रिटायर बैंककर्मी कमलेश पांडेय को कोरोना हुआ था। एक माह पीजीआइ में उपचार चला, वहां से स्वस्थ होकर वापस आए। दोबारा जांच कराई, सब सामान्य रहा। उनका कहना है कि कई बार कमजोरी महसूस होती है। सेहत महकमे के जिम्मेदारों ने कभी दोबारा हालचाल नहीं पूछा। हालांकि कोरोना के बाद मुझे भी दवा लेने के लिए अस्पताल जाना नहीं पड़ा है। पौष्टिक आहार व योगाभ्यास से अब बेहतर महसूस कर रहा हूं।
केस 2- सिविल लाइन निवासी रिटायर बैंककर्मी हरिनाम सिंह को कोरोना हुआ। खैराबाद के एल वन हास्पिटल में एक सप्ताह उपचार से स्वस्थ हुए। उसके बाद घर पर ही कोविड नियमों का पालन करते हुए रहे। नियमित काढ़ा, भाप, पौष्टिक आहार, दवाओं आदि का सेवन किया। कोविड के बाद एक बार हीमोग्लोबिन व प्लेट्लेट्स कम हो गईं थीं। इलाज के बाद अब ठीक हूं। कमजोरी की शिकायत है।
कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों में संभावित पोस्ट कोविड लक्षणों से निपटने, उनके उचित उपचार के लिए स्वास्थ्य महकमा सजग है। विभाग की ओर से जिला अस्पताल में पोस्ट कोविड वार्ड का संचालन किया जा रहा है। जहां कोरोना संक्रमण से निजात पा चुके मरीजों को बाद के लक्षणों का उपचार किया जाता है। वार्ड में चिकित्सकों की टीम बैठती है जो आने वाले मरीजों की बात सुनकर जांच पड़ताल के बाद दवा व उचित सलाह देती है। अधिकांश मरीजों को कमजोरी और चिड़चिड़ापन की दिक्कत ही आ रही है।
थोड़ा दें ध्यान, नहीं होगी परेशानी
डा. अनिल कुमार अग्रवाल का कहना है कि मरीजों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए मरीजों में इसके लक्षण दिखते हैं। जिसमें कमजोरी, थकान, सांस फूलना प्रमुख है। यह समस्या न हो इसके लिए मरीजों को अपनी दिनचर्या, खानपान पर ध्यान देना होगा। नियमित व्यायाम करें। पौष्टिक आहार का सेवन करें। सकारात्मक रहें। किसी समस्या पर चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।
जिला अस्पताल में संचालित है वार्ड
जिला अस्पताल की ओपीडी में पोस्ट कोविड वार्ड का संचालन कमरा नंबर छह में किया जा रहा है। ईएनटी सर्जन, फिजियोथेरेपिस्ट, फिजीशियन मरीजों को देखते हैं। प्रतिदिन औसतन सात से दस मरीज आते हैं। इसके अलावा वार्ड में गंभीर मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था भी है, जहां चार मरीजों का उपचार चल रहा है।
डा. अनिल अग्रवाल, सीएमएस
जिला चिकित्सालय, सीतापुर