पीसीएस में चमके महेंद्र व नेहा
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सीतापुर : उप्र लोक सेवा आयोग की सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा (पीसीएस-2017) में जिले के पिछड़े क्षेत्र के अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की है। इसमें एक महेंद्र कुमार पांडेय हैं, जिन्होंने अपनी लगन के बूते गांजर को सुर्खियों में ला दिया है। वहीं मिश्रिख के बरेठी की नेहा राजवंशी ने पीसीएस पास कर मां-बाप की उम्मीद को पूरा किया है। महेंद्र ने चौथी बार में पाई सफलता
गांजर के पलौली के महेंद्र कुमार पांडेय ने पीसीएस परीक्षा पास की है। इससे पहले ये तीन बार पीसीएम प्री व मुख्य परीक्षा कर सिर्फ इंटरव्यू से बाहर हुए थे। कड़ी मेहनत के बाद पीसीएस-2017 में ये सफल हुए हैं और अपर पीसीएस में इनका परिवहन विभाग में पैसेंजर एंड गुड्स टैक्स ऑफीसर पद पर चयन हुआ है। हालांकि महेंद्र प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते हैं। 18 से 22 अक्टूबर के बीच होने वाली पीसीएस-2018 की मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं। वैसे तीन भाइयों में मनोज बड़े हैं। महेंद्र से बड़ी बहन हैं। पिता कृष्णकांत पांडेय सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। महेंद्र की प्रारंभिक शिक्षा सिड़किड़ा गांव के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय से हुई है, जबकि माध्यमिक शिक्षा उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज सीतापुर प्राप्त की है। इसके बाद राजधानी के क्रिश्चियन कॉलेज से गणित से बीएससी किया है।
नायब तहसीलदार बन गईं नेहा
मिश्रिख क्षेत्र के बरेठी गांव की नेहा राजवंशी ने भी पीसीएस-2017 की परीक्षा पास कर ली है। इनकी नियुक्ति नायब तहसीलदार पद पर हुई है। नेहा बताती हैं कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा कानपुर में ननिहाल में रहकर पूरी हुई है। कक्षा-10 उन्होंने आंट से किया है, जबकि इंटर मिश्रिख से किया है। नेहा के मुताबिक, उनकी पढ़ाई में पिता को गांव वालों की बहुत आलोचना झेलनी पड़ी थी। नेहा पहली बार की परीक्षा में ही कामयाबी हासिल की है। इससे पहले इन्होंने 2018 में नेट की परीक्षा पास की थी। चार बहन व एक भाई में सबसे बड़ी नेहा काफी गरीबी से पली-बढ़ी हैं। वर्ष 2013 में पिता की मृत्यु के बाद नेहा की बुआ इंद्रा देवी ने पूरे परिवार को संभाला।