फुटपाथ बने पार्किंग, सड़कों पर जाम की झाम
बिसवां में बाजारों चौराहों मुख्यमार्गों पर जाम लगने से आमजन को हो रही परेशानी
सीतापुर: अतिक्रमण के चलते सड़कें सिकुड़ती जा रहीं हैं। बड़े चौराहे से सीतापुर मार्ग व जहांगीराबाद मार्ग के साथ-साथ सिधौली मार्ग पर टेंपो, रिक्शा व भारी वाहन से अक्सर जाम लगता है। प्रशासन इसके प्रति गंभीर नहीं हैं। मुख्य मार्गों पर पार्किंग की व्यवस्था न होने से आवागमन में अवरोध के चलते अतिक्रमण व जाम से लोगों को निजात नहीं मिल पा रही है। ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर सही इंतजाम न होने से यह दिक्कत लगातार बढ़ती ही जा रही है। अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व में उपजिलाधिकारी दीपेंद्र यादव के द्वारा एक मुहिम छेड़ी गई थी। उनके स्थानांतरण के बाद इस अभियान बंद हो गया।
इन स्थलों पर है अतिक्रमण व जाम की समस्या
बड़ा चौराहा, मगरहिया बाजार, अमरनगर रोड, तहसील रोड, छोटा चौराहा, बिसवां बस अड्डा पर बने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के सामने पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। हालत यह है कि लोग फुटपाथ पर ही वाहन खड़ा कर देते हैं। दुकानदारों का सामान सड़कों तक लगाने से सड़क संकरी हो गई है। जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। नगर के बड़ा चौराहे पर चारों ओर से आने जाने वाले मार्ग पर वाहनों का आवागमन होता है। बीच रोड में माल की लोडिग व अनलोडिग से अक्सर जाम लगता है। बहराइच व बाराबंकी को जाने वाली बसों तथा बड़े वाहनों का बिसवां होकर निकलना और भी चुनौती भरा कार्य होता जा रहा है।
प्रबुद्धजनों की बात
संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को अतिक्रमण के खिलाफ सख्त होना चाहिए और पटरी दुकानदारों को समुचित स्थान उपलब्ध कराना चाहिए। इस प्रक्रिया का उल्लंघन करने पर जुर्माने का प्रावधान सुनिश्चित किया जाए।
मनोज गुप्ता, अधिवक्ता
नगर के मुख्य बाजारों को, मुख्य मार्गों को अतिक्रमण मुक्ति के लिए पार्किंग का कोई स्थान सुनिश्चित किया जाए तो जाम की समस्या काफी हद तक सुलझ सकती है।
संदीप सरस, साहित्यकार
अतिक्रमण की समस्या नगर में विकराल रूप लेती चली जा रही है। अगर प्रत्येक दुकानदार अपनी जिम्मेदारी का ध्यान कर लें तथा स्वयं को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखे तो इस समस्या से निजात पायी जा सकती है।
वृंदारक नाथ मिश्र, शिक्षक
नगर क्षेत्र में ऑटो एवं टैक्सी स्टैंडों पर पर्याप्त जगह न होने से सड़कों एवं फुटपाथों पर ही वाहन खड़े रहते है। अतिक्रमण को कम करने के लिए उचित स्थान देने की आवश्यकता है।
विष्णु कुमार अवस्थी, लोकतंत्र सेनानी