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खुदरा बाजार में ऑक्सीजन सिलिडर की किल्लत

ऑक्सीजन सिलिडर के दामों में उछाल। फुटकर व्यापारी बताने लगे हैं किल्लत। लखनऊ बाराबंकी लखीमपुर बरेली में थोक से नहीं मिल पा रहे सिलिडर।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 11:50 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 11:50 PM (IST)
खुदरा बाजार में ऑक्सीजन सिलिडर की किल्लत
खुदरा बाजार में ऑक्सीजन सिलिडर की किल्लत

सीतापुर : कोरोना संक्रमण दोबारा प्रभावी होने के बाद खुदरा बाजार में ऑक्सीजन गैस की भी किल्लत बताई जाने लगी है। बिसवां के सुदीप जायसवाल उर्फ पम्मू का कहना है कि थोक मार्केट में ऑक्सीजन गैस सिलिंडर मिल नहीं रहा है। थोक व्यापारियों ने ऑक्सीजन गैस देने से इन्कार कर दिया है, वे लोग अस्पतालों में आपूर्ति कर रहे हैं। कानपुर व बरेली से वह ऑक्सीजन लेते नहीं है। इसका कारण भाड़ा अधिक होना है। उन्होंने बताया, उनके पास 100 बड़े सिलिडर स्टॉक में हैं।

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सुदीप ने बताया कि ऑक्सीजन सिलिडरों के दामों में वृद्धि हो रही है। वैसे सोमवार को उन्होंने टाइप-बी वाले सिलिडर को 300 रुपये में बेचा है। उन्होंने बताया कि महीने भर पहले टाइप-बी वाले सिलिडर थोक में 130 रुपये में मिल जा रहे थे और 225 रुपये के भाव में भी मिलना मुश्किल हो गया है। शहर में लोहार बाग में ऑक्सीजन गैस सिलिडर विक्रेता शिवांश अग्रवाल ने बताया, लखनऊ, कानपुर, बाराबंकी, बरेली में ऑक्सीजन सिलिडर मिलना बंद हो गए हैं। थोक विक्रेता उन लोगों को सिलिडर न देकर अस्पतालों में दे रहे हैं। शिवांश अग्रवाल ने बताया, वह छोटा सिलिडर 300 रुपये में बेच रहे हैं। हालांकि यही सिलिडर महीने भर पहले 200 रुपये में बिक रहा था। इसी तरह बड़ा सिलिडर 650 रुपये में बेच रहे हैं, जबकि दिसंबर में यही सिलिडर 400 रुपये में बिका था। शिवांश ने बताया, यूपी के जिलों में थोक से सिलिडर न मिलने से उन्होंने गैर राज्यों के व्यापारियों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है।

इस बाबत एसीएमओ डॉ. पीके सिंह ने बताया कि हमारे पास एल-2 में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन उपलब्ध है। अभी कोई दिक्कत नहीं है। बाजार में किल्लत के बारे में जानकारी नहीं है।

सिलिडर में ऑक्सीजन की मात्रा :

बड़े सिलिडर को जंबो कहते हैं। इसमें ऑक्सीजन गैस 150 पाउंड होता है। इसी तरह छोटे सिलिडरों को बी-टाइप कहते हैं। इसमें 100 से 120 पाउंड ऑक्सीजन गैस होती है।

जरूरतमंद से विक्रेता जमा कराते हैं सिक्योरिटी :

शिवांश ट्रेडर्स के व्यापारी बताते हैं कि जंबो सिलिडर के लिए वह आठ हजार रुपये और बी-टाइप सिलिडर के लिए चार हजार रुपये की सिक्योरिटी भी जमा कराते हैं। हालांकि खाली सिलिडर लौटाने पर यह सिक्योरिटी उपभोक्ता को वापस हो जाती है। बिसवां में अग्रवाल ट्रेडर्स के व्यापारी पम्मू अग्रवाल बताते हैं कि वह फुटकर उपभोक्ताओं से बड़े सिलिडर के लिए छह हजार रुपये और छोटे सिलिडर के लिए पांच हजार रुपये की सिक्योरिटी लेते हैं।


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