ऑनलाइन शिक्षा ने छात्रों की पढ़ाई बाधित होने से बचाई
कोरोना ने पूरे विश्व पर व्यापक असर डाला है। इसके प्रकोप से हर एक क्षेत्र प्रभावित हुआ। छात्रों की पढ़ाई पर भी असर पड़ने वाला था।
सीतापुर: कोरोना ने पूरे विश्व पर व्यापक असर डाला है। इसके प्रकोप से हर एक क्षेत्र प्रभावित हुआ। छात्रों की पढ़ाई पर भी असर पड़ने वाला था। इसबीच समय से शिक्षाविदों व सरकार ने एक नई व्यवस्था ऑनलाइन शिक्षा अपना ली। यह व्यवस्था अपने देश में ज्यादा प्रचलित नहीं थी। सिर्फ बड़े संस्थानों के बड़े छात्र ही इसके बारे में जानते थे। शहरी क्षेत्र में ही यह प्रचलन में नहीं थी ग्रामीण की तो बात ही छोड़ दी जाए। इन सब कारणों से इसे शुरूआती दौर में तो समझना, अपनाना बहुत बड़ा काम लग रहा था। बाद में इसे लोगों ने अपनाना शुरू कर दिया। अब तो शहरी क्षेत्र के विद्यालयों के साथ साथ ग्रामीण स्कूलों के बच्चे भी ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से घर बैठक पढ़ाई कर रहे हैं। इस ऑनलाइन शिक्षा ने बहुत बड़ा क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है। इससे बच्चों ने जहां तकनीक का ज्ञान प्राप्त किया है वहीं उनको उच्च शिक्षा में इसका लाभ मिलेगा। हालांकि इस व्यवस्था में कुछ व्यवधान आ रहे हैं उसे ठीक करने की जरूरत है। सबसे बड़ी दिक्कत ग्रामीण अंचलों में नेटवर्किंग की है। जिस वजह से बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। अभी माहौल ठीक नहीं हुआ है इसलिए ऑनलाइन शिक्षा ही सबसे उपयुक्त है। इसे तब तक लागू रखा जाए जब तक कोरोना की दवा न आ जाए।
मनीष पांडेय, प्रांतीय प्रवक्ता
जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ
अभिभावक की बात
कोरोना संक्रमण के दौरान ऑनलाइन शिक्षा के सहारे बच्चों की पढ़ाई बाधित होने से बच गई। बच्चों ने घर पर ही पढ़ाई की। कोरोना में जब घर से निकलना खतरे से कम नहीं है तब इस तरह से पढ़ाई करना एक तरह से वरदान साबित हुई है। मैं आगे भी कोरोना समाप्ति तक इसे लागू रहने देने की मांग करती हूं।
अरुणा सिन्हा, गृहिणी
आर्य नगर
छात्र की बात
कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं। ऐसे में हमलोगों को हमारे शिक्षकों ने ऑनलाइन शिक्षा दी। शिक्षकों ने बहुत ही अच्छे ढंग से पढ़ाया और हम लोगों की पढ़ाई बाधित होने से बच गई। अभी कोरोना खत्म होने तक ऑनलाइन क्लास ही संचालित की जाएं।
कुशन अग्रवाल, कक्षा 10
रिजेंसी इंटर कॉलेज