बेटियों को विद्यालय मिला पर अध्यापक नहीं
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महोली (सीतापुर) : पिछड़े क्षेत्र के पिसावां ब्लॉक की बेटियों की उम्मीदों को पंख अभी तक नहीं लग पाए हैं। हालांकि यहां महम्दापुर-द्वितीय गांव में राजकीय कन्या बालिका इंटर कॉलेज भवन तैयार है। ये विद्यालय भवन वर्ष 2015-16 में मुख्यमंत्री की घोषणा पर ही बना था। लेकिन यहां शिक्षकों की तैनाती नहीं होने से कक्षाओं का संचालन शुरू नहीं हो पाया है।
गांव के लोगों ने बताया कि इस विद्यालय भवन बने करीब ढाई साल से अधिक का समय हो गया है पर, शिक्षक न होने से बालिकाओं को इस विद्यालय भवन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। गांव वालों ने बताया कि, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज भवन की रंगाई-पोताई भी हो गई है।
राजकीय हाईस्कूल भवन अधूरा..
एलिया ब्लॉक के बिशुनपुर गांव के राजकीय हाई स्कूल का है। वर्ष 2015-16 में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान योजना के अंतर्गत स्वीकृत यह विद्यालय अभी तक अधूरा है। कमरों और बरामदे की फर्श नहीं बन पाई है और खिड़की व दरवाजे में पल्ले लगने बाकी हैं। खेल के मैदान की साफ-सफाई होनी है। परिसर में लगा इंडियामार्का हैंडपंप भी खराब है। देखरेख के अभाव में मवेशियों का यहां जमावड़ा रहता है। बोले जन प्रतिनिधि..
विधायक शशांक त्रिवेदी का कहना है कि बीते वर्ष उन्होंने राजकीय कन्या इंटर कॉलेज महम्दापुर में शिक्षकों के पद सृजित कराने के लिए डीआइओएस से कहा था पर, उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। बिशुनपुर के अधूरे पड़े राजकीय हाईस्कूल और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में पद सृजित कराने के लिए शिक्षा निदेशक से बात करेंगे। उम्मीद है कि होली तक दोनों विद्यालयों का संचालन करा देंगे। बिशुनपुर के अधूरे राजकीय हाईस्कूल की जानकारी मुझे नहीं है। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज महम्दापुर-द्वितीय का भवन तैयार है। शिक्षकों के पद सृजन न होने से विद्यालय का नियमित संचालन नहीं हो सका है। शिक्षा निदेशक को कई पत्र भी लिखे हैं। फिलहाल वहां एक अध्यापक अटैच किया है। पद सृजन होने के बाद ही विद्यालय का नियमित संचालन संभव है।
- नरेंद्र शर्मा-डीआइओएस