दिन भर माथापच्ची, भाजपा-सपा में कड़ी टक्कर
देर रात तक आधिकारिक तौर पर नहीं हो पाई विजेताओं की घोषणा
सीतापुर : जिला पंचायत सदस्यों को लेकर दो दिन से चली आ रही माथापच्ची मंगलवार की देर रात चलती रही। अभी तक सीतापुर से जिला पंचायत सदस्य पद का एक भी परिणाम वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया जा सका है। हां, यह जरूर है कि मतगणना पूरी हो चुकी है। कुछ स्थानों पर विवाद की स्थिति भी है। अब तक मिले संकेतों से भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर हुई है।
जिला पंचायत सदस्यों के जंग की बात करें तो सबसे हाईप्रोफाइल सीट वार्ड नंबर 74 में सपा समर्थित निवर्तमान अध्यक्ष जितेंद्र यादव को हार का सामना करना पड़ गया है। उन्हें भाजपा समर्थित शिवकुमार गुप्त ने करारी शिकस्त दी है। इसके अलावा शिवकुमार गुप्त की पुत्र वधू श्रद्धा सागर भी वार्ड नंबर 58 से विजयी हुईं हैं। अगर जिले में और महत्वपूर्ण सीटों पर जीत को देखें तो पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष महेंद्र सिंह वर्मा की पत्नी विजया वर्मा 68 नंबर वार्ड से विजयी हुईं हैं। इसके अलावा सपा जिलाध्यक्ष छत्रपाल यादव की पत्नी बिदेश्वरी यादव ने भी 34 नंबर वार्ड से जीत हासिल कर ली। यही नहीं, सपा के पूर्व विधायक महेंद्र सिंह झीन के पुत्र दीपेंद्र प्रताप सिंह पवन ने 77 नंबर वार्ड से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को पराजित कर दिया है।
कई सीटों पर चलता रहा विवाद
जिपं की कई सीटों पर मतगणना के दौरान विवाद की स्थिति भी आई। कुछ स्थानों पर दोबारा मतगणना भी करानी पड़ी। यही नहीं, मतगणना को लेकर कुछ स्थानों पर लोगों ने प्रदर्शन भी किया। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया पर भी अपनी भड़ास निकाली।
भाजपा के बागियों ने भी मारा मैदान
जिपं के वार्ड नंबर 27 पर भी सबकी निगाहें थीं। इस वार्ड से भाजपा के दो अपनों में कड़ी टक्कर थी। समर्थन की घोषणा के बाद भी यहां पर मनोज तिवारी की पत्नी अनुराधा तिवारी मैदान में उतरी थीं। भाजपा से बगावत के बाद मनोज तिवारी को छह वर्ष के लिए निष्कासित भी कर दिया गया था। हालांकि, परिणाम घोषित होने पर अनुराधा तिवारी ने चुनाव जीत लिया है।
भाजपा-सपा के अलावा बसपा की भी भरी झोली
चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो भाजपा और सपा के करीब 15-15 समर्थित जीते हैं। इसके अलावा बसपा के भी करीब पांच समर्थित विजयी हुए हैं।