माइनर में कई वर्षो से नहीं आया पानी
विकास खंड के हैबतपुर रजबहा से निकला अमर नगर
सीतापुर: विकास खंड के हैबतपुर रजबहा से निकला अमर नगर माइनर में पिछले कई वर्षों से पानी न आने के कारण करीब दर्जन भर से अधिक गांवों के सैकड़ों किसानों को खेती-बाड़ी के लिए जरूरत के अनुरूप पानी नहीं मिल पा रहा है। विभाग लाखों रुपये खर्च कर माइनर की साफ सफाई एक माह पूर्व कराई जा चुकी है।
क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि अमर नगर, झज्जर, पैंदापुर, गंगानगर, हुलासपुरवा, भगवानपुर, मतिकरपुर, खिदरियापुर, मिर्जापुर, ककरहा आदि गांवों के खेतों से होकर यह माइनर गुजरता है। इसके बावजूद माइनर में पानी न आने से विभागीय जिम्मेदारों की अनदेखी का अंदाजा लगाया जा सकता है। रबी अभियान के समय किसानों को गेहूं के लिए पलेवा व सिचाई के लिए पानी की जरूरत है जरूरत के मुताबिक फसलों को पानी न मिलने से उपज प्रभावित होती है, वहीं मजबूर किसानों को निजी संसाधनों से अधिक किराया खर्च कर सिचाई की व्यवस्था करनी पड़ रही है। क्षेत्र के किसानों ने कहा
माइनर में पानी न आने से सिचाई की दिक्कतें बनी रहती हैं। जिम्मेदार शिकायत पर भी ध्यान नहीं देते हैं।
नीरज वर्मा
बीते कई वर्षों से माइनर में पानी नहीं आया है, इस वर्ष सफाई तो हुई है। पानी आने की उम्मीद नहीं दिख रही है।
सरदार बलवीर सिंह
काफी तेजी से घट रहे जलस्तर से फसलों पर भी असर पड़ रहा है। सिचाई के लिए बनी माइनर केवल शोपीस बनकर रह गई है। इससे फसलों पर असर पड़ता है।
मुन्ना वर्मा
लगातार घटते जलस्तर व संसाधनों के न चलने से निम्न वर्ग के किसान खेतों में लगी फसलों की सिचाई व पलेवा करने का साहस नहीं उठा पा रहे।
राधेश्याम मिश्रा
हर वर्ष निजी संसाधनों से खेती में सिचाई करनी पड़ती है, जो कि इस समय में महंगी साबित हो रही है।
मुख्तार अवस्थी
जब किसानों को गेहूं के लिए पलेवा व सिचाई के लिए पानी की जरूरत है। तब विभाग पानी नहीं भेज पा रहा है।
शिव कुमार मिश्रा
वर्जन
नहरों में पानी छोड़ा जा चुका है जो दो-तीन दिन के अंदर रजबहों और माइनर में आ जाएगा और किसानों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी।
अभिलाश सिंह
सहायक अभियंता नहर विभाग