..सुखी हो किसान, सुरक्षित रहे देश
बेसहारा पशुओं ने किसान का छीन लिया सहारा। अधिवक्ता एक्ट का हो पालन मिलें सुविधाएं।
सीतापुर: मिश्रिख तहसील में लगी दैनिक जागरण की चौपाल में वकीलों ने बिना किसी लाग लपेट के अपनी राय रखी। युवा अधिवक्ता संघ के कार्यालय में मौजूद अधिवक्ता पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि सुविधाओं के नाम पर वादे ही किए जा रहे हैं। अधिवक्ता एक्ट का पालन ही नहीं हो रहा। स्वच्छ भारत अभियान कागजों पर ही चल रहा है। तहसील में वकीलों के चैंबर के पास गंदगी ही बनी रहती है। अधिवक्ता विनीत दीक्षित ने कहा कि हम सभी के साथ कुछ न कुछ समस्याएं रहती हैं। बेसहारा पशुओं की समस्या भी उन्हीं में से एक है। समस्याएं तो रहेंगी लेकिन देश की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। देश सुरक्षित होगा तो हम भी सुरक्षित रहेंगे। क्षेत्र में सड़कों की बदहाली दूर कराया जाना बहुत ही जरूरी है। कल्ली चौराहे से खैराबाद मार्ग कई सालों बाद भी नहीं बन सका। बेसहारा पशुओं ने छीना सहारा
अधिवक्ताओं के साथ मौजूद कमलेश कुमार ने कहा कि गांवों में बेसहारा पशुओं ने किसानों की रोजी रोटी का सहारा ही छीन लिया है। जब तक बेसहारा पशुओं की समस्या से निजात नहीं मिलती अन्नदाता परेशान ही रहेगा। किसानों की समस्या को दूर किया जाए। बेसहारा पशुओं के संरक्षण के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं का सही क्रियान्वयन हो। रोजगार मिले तो बने बात
अधिवक्ता कौशलेंद्र भारती का कहना था कि सरकार को युवाओं का ध्यान रखना चाहिए। भारत को युवाओं का देश कहा जाता है लेकिन यहां युवा समसस्याओं से घिरा है। रोजगार के लिए यहां से वहां भटकना पड़ रहा है। रोजगार मिले तो कुछ बात बनें। अधिवक्ताओं के हितों का ख्याल भी रखा जाना चाहिए। स्वच्छ भारत अभियान कागजों के बजाय धरातल पर दिखाई दे। सुधरनी चाहिए सड़कों की दशा
अधिवक्ता विनोद भारती ने कहा कि क्षेत्र में कई सड़कें सालों से बदहाल पड़ी हैं। कई गांवों में तो सालों पहले शुरू हुआ सड़क निर्माण अब तक पूरा ही नहीं हुआ। सड़कों की दशा सुधारने के लिए महज वादे नहीं होने चाहिए, काम भी दिखाई देना चाहिए। इसके अलावा क्षेत्र में उच्च शिक्षा का हाल भी बुरा है। इंटर के बाद ग्रामीण युवाओं को शिक्षा के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है। अधिवक्ता सचिन पुष्पद ने कहा कि अधिवक्ता एक्ट का पालन हो तो हम लोगों को भी सुविधाएं मिलें।