आधे घंटे में सांसद लेंगे चार साल का हिसाब
सतीश श्रीवास्तव, सुलतानपुर : देश में मोदी सरकार बनने के बाद जिले की पहली सतर्कता निगरानी समिति की बै
सतीश श्रीवास्तव, सुलतानपुर : देश में मोदी सरकार बनने के बाद जिले की पहली सतर्कता निगरानी समिति की बैठक बुधवार को होने जा रही है। इस बैठक के लिए सांसद वरुण गांधी ने आधे घंटे का समय दिया है। बैठक में सांसद केंद्रीय योजनाओं के आय-व्यय, प्रगति का चार साल का व्यौरा लेंगे। हालांकि हर तीसरे महीने बैठक का प्राविधान है।
यह बहुप्रतीक्षित बैठक इसलिए भी नहीं हो सकी, क्योंकि ये देश की एक मात्र ऐसी निगरानी समिति है जिसमें नेहरू-गांधी परिवार के दो सांसद सदस्य हैं। इसके अलावा दो राज्य सभा के सदस्य भी इस समिति के सदस्य हैं। बैठक में सभी विधायक भी सदस्य हैं। इन विधायकों के बैठक में भाग लेने को लेकर संशय बरकरार है। विधायक अगर बैठक में आते हैं तो यह पहला अवसर होगा जब भाजपा के सभी सांसद, विधायक एक साथ मंच को साझा करेंगे। बैठक को लेकर प्रशासनिक अमले में जितना हड़कंप की स्थिति है उससे कहीं अधिक राजनीतिक निगाहें भी इस बैठक पर टिकी हुई हैं। बुधवार को विकास भवन के सभागार में प्रात: दस बजे से होने वाली इस बैठक को लेकर प्रशासन ने खास तैयारियां की हैं। सुरक्षा के भी कडे़ इंतजाम किए जा रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो सांसद ने कई महीने पहले ही केंद्रीय योजनाओं के विकास का व्यौरा जिला प्रशासन से तलब कर लिया है। उनके करीबी सूत्रों के मुताबिक सांसद ने योजनाओं पर मंथन कर पहले से ही मन:स्थिति तैयार कर ली है। माना जा रहा है कि यह बैठक मात्र औपचारिक नहीं होगी। हालांकि समय कम किए जाने के कारण प्रशासनिक हलके में इस बात की व्यापक चर्चा है कि बैठक मात्र औपचारिक होकर रह जाएगी। कुछ ऐसी ही शंका विपक्ष भी जता रहा है।
कई बार टलने के बाद अंतत: इस बैठक में अब चंद घंटे ही अवशेष रह गए हैं। बैठक पर भाजपा की भी निगाहें टिकी हुई हैं। केंद्रीय योजनाओं की धीमी प्रगति पर सांसद कड़ा रुख अपना सकते हैं। प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छता अभियान में यह जिला सबसे निचले पायदान पर टिका हुआ है।