मामा की सहमति से गई थी युवती, ओवरटेक के दौरान हादसा
अपहरण कर हत्या के आरोप में नहीं निकला कोई दम अंकुर ने मुंशीगंज में आधार कार्ड से निकाले थे रुपये
सीतापुर : हाईवे पर शनिवार को युवती की संदिग्ध मौत के मामले में अपहरण के आरोपों की हवा निकल गई है। पुलिस पूछताछ में यह बात स्पष्ट हो गई है कि मामला ओवरटेकिग के दौरान हादसे का है। नामजद अभियुक्त अंकुर शुक्ल उर्फ शालू ने पुलिस को बताया है कि युवती से उसके प्रेम संबंध पांच वर्ष से थे। युवती के घर वालों ने उसकी शादी तय कर दी थी। युवती को यह शादी मंजूर नहीं थी। इसी को लेकर वह पांडेय नगर में अपने मामा के यहां आई थी। मामा को भी प्रेम संबंधों की जानकारी थी। पुलिस का दावा है कि, शनिवार को युवती के मामा ने ही फोनकर अंकुर को जिला अस्पताल बुलाया था। मामा युवती को दवा दिलाने के बहाने जिला अस्पताल ले आया था। यहीं पर युवती और उसके मामा की अंकुर से मुलाकात हुई थी। अंकुर ने पुलिस को यह भी बताया कि, मामा ने ही उसकी प्रेमिका को ले जाने की इजाजत दी थी। उसके पास पैसे नहीं थे तो वह मुंशीगंज जाकर आधार कार्ड से तीन हजार रुपये भी निकाले थे। इसके बाद वह बाइक से युवती को महोली में अपनी बुआ के यहां लेकर जा रहा था।
दुपट्टा फंसने से बाइक से गिरी थी युवती
शहर कोतवाल तेज प्रकाश सिंह के मुताबिक, हाईवे पर कटीली पुलिस चौकी क्षेत्र में अंकुर सामने चल रही ठेलिया को ओवरटेक कर रहा था, तभी पीछे से बस आ गई और बाइक पर पीछे बैठी युवती का दुपट्टा बस में फंस गया। युवती बाइक से गिरकर बस के पहिया के नीचे आ गई थी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
दर्ज हुआ था अपहरण व गैरइरादतन हत्या का मुकदमा
इस घटना में लखीमपुर खीरी के मितौली थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती के पिता ने सीतापुर शहर कोतवाली में गांव के ही अंकुर शुक्ल उर्फ शालू को नामजद व एक अज्ञात के विरुद्ध अपहरण के बाद गैर इरादतन हत्या के तहत मुकदमा लिखाया था।