किचन गार्डेन बनाएं, बच्चों को कुपोषण से बचाएं
किचन गार्डेन और स्तनपान को बढ़ावा देना रहेगी प्राथमिकता। इसको लेकर तैयारी तेज कर दी गई है।
सीतापुर : किशोरियों, महिलाओं व बच्चों को कुपोषण से बचाने और सेहत में सुधार लाने के लिए अति कुपोषित बच्चों का चिह्नीकरण और किचन गार्डेन से सेहत की सीख दी जाएगी।
पौष्टिक तत्वों से भरपूर पौधों को किचन गार्डेन में लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल, सरकारी भवन, कार्यालय परिसर आदि में किचन गार्डेन तैयार करने की नसीहत दी जाएगी। स्तनपान के साथ ऊपरी आहार के महत्व का बताया जाएगा। मां का दूध, बच्चे का किस तरह विकास करता है, महिलाओं को इसकी जानकारी दी जाएगी। पोषण माह में होने वाली गतिविधियों के संबंध में राज्य पोषण मिशन के महानिदेशक एस राधा चौहान ने सभी डीएम को पत्र जारी किया है। जिसमें , पोषण में कराए जाने वाले कार्यक्रमों और कुपोषण की रोकथाम के उपायों पर अमल कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखकर करने की हिदायत दी गई है। फिलहाल, पोषण माह के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन को लेकर पोषण माह के सभी कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है।
कराई जाएंगी ये गतिविधियां
- कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों का चिह्नीकरण किया जाएगा।
- स्तनपान को बढ़ावा दिया जाए, इसके लिए माताओं को जागरूक किया जाएगा। स्तनपान के महत्व को बताया जाएगा। स्तनपान के साथ ऊपरी आहार के बारे में जागरूक किया जाएगा।
- परिवारों और समुदाय को किचन गार्डेन तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। किचन गार्डेन में पौष्टिक सब्जी व फलों के पौधे लगाने पर जोर दिया जाएगा। गमलों में पौधे अथवा टेरेस गार्डेन को भी प्रोत्साहित किया जाएगा।
- जिले में होने वाली पोषण संबंधी गतिविधियों को केंद्र सरकार के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। राष्ट्रीय पोषण की सफलता में मीडिया का उपयोग करने की बात भी कही है।