भूमि कटान तेज, तटवर्ती गांवों में बचाव कार्यो पर आफत
चार आशियाने तबाह दुर्गापुरवा व श्रीरामपुरवा में कटान बढ़ा। जलस्तर कम होने के बाद बाढ़ के पानी से खाली हुए गांव में फैल रहे संक्रामक रोग।
सीतापुर : शारदा-घाघरा नदियों के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। तटवर्ती गांवों से बाढ़ का पानी निकल गया है। लेकिन, अब घाघरा कटान करने लगी है। रेउसा के श्रीरामपुरवा में शारदा नदी की तलहटी में बचाव कार्य के रूप में स्टड बने थे। कई स्टड नदी की तेज धारा में बह गए। मेउड़ी छोलहा से धूसपुरवा तक 1100 मीटर तक बचाव कार्य हुआ था। इसमें करीब 700 मीटर तक के कार्य शारदा नदी में समा गए हैं।
दुर्गापुरवा गांव के साबित राम घर के पास व निर्मलपुरवा में मेवालाल घर के करीब बने स्टड बाढ़ के पानी में बह गए हैं। दुर्गापुरवा में सुखमंगल, बेवा प्यारा देवी, पेशकार, नन्हकने के घर कट गए हैं। इसी गांव में घाघरा नदी सिपाही लाल, गुरुप्रसाद, राम खेलावन, राम नरेश, कमलेश के घर के पास कटान कर रही है। इन लोगों ने बताया कि घाघरा नदी गोलाकार कटान कर रही है।
एसडीएम बिसवां अनुपम मिश्र ने बताया कि नदियों का जलस्तर कम हुआ है। कुछ जगह पर नदी कटान कर रही है। मकानों के नष्ट होने का मुआवजा पीड़ितों के बैंक खातों में भेजा जा रहा है। बाढ़ खत्म होने के बाद, जिनके खेत कट गए हैं। सर्वेक्षण कराया जाएगा।
गांव से निकला बाढ़ का पानी, संक्रामक रोग बढ़े :
श्रीरामपुरवा के प्रदीप कुमार ने बताया कि तीन-चार दिन से पानी गांव में नहीं है। नई बस्तियों में इधर-उधर पानी भरा है। मेउड़ी छोलहा व मजरा धूसपुरवा, पासिनपुरवा, श्रीरामपुरवा, भदिम्मरपुरवा, गोड़ियनपुरवा में हर घर में एक-दो लोग बीमार हैं। बुखार, खांसी, जुकाम, सिरदर्द से लोग परेशान हैं। मेउड़ी छोलहा से रेउसा 16 किलोमीटर दूर है, जबकि किशोरगंज पीएचसी तीन-चार किलोमीटर पर है। किशोरगंज में पीएचसी में डाक्टर नहीं मिलते हैं। इसलिए बीमार लोग झोलाछाप से दवा लेने को मजबूर हैं। मेउड़ी छोलहा से श्रीरामपुरवा संपर्क मार्ग पर परिवार अस्थायी निवास बनाकर रह रहे हैं। इसी मार्ग पर एक झोपड़ी में महदेई पत्नी गयाप्रसाद ने बताया कि वह श्रीरामपुरवा की निवासी है और उसका घर भूमि की कटान में नष्ट हो गया। मइदेई ने बताया कि उसे कई दिन से बुखार है।
फतेपुरवा में कटान कर रही नदी
रामपुर मथुरा : अटौरा मजरा फतेपुरवा गांव के पास लगे मीटर गेज के मुताबिक शुक्रवार को घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर नीचे रहा। फतेपुरवा में नदी कटान कर रही है। गरौरा, शंकरपुरवा, निरंजनपुरवा आदि तटवर्ती गांवों से बाढ़ का पानी निकल गया है। अखरी गांव के भी रास्ते खुल गए हैं।