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तीन पाली में होंगी कानपुर विश्वविद्यालय की परीक्षाएं

सीतापुर : उच्च शिक्षा की परीक्षाएं जिले के डिग्री कॉलेजों में 26 फरवरी से प्रारंभ हो रही हैं। इन पर

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 10:38 PM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 10:38 PM (IST)
तीन पाली में होंगी कानपुर विश्वविद्यालय की परीक्षाएं
तीन पाली में होंगी कानपुर विश्वविद्यालय की परीक्षाएं

सीतापुर : उच्च शिक्षा की परीक्षाएं जिले के डिग्री कॉलेजों में 26 फरवरी से प्रारंभ हो रही हैं। इन परीक्षाओं को लेकर कानपुर विश्वविद्यालय ने जिले में तीन डिग्री कॉलेजों को नोडल बनाया है। इसमें जीडीसी खैराबाद, आरएमपी डिग्री कॉलेज और श्रीगांधी परास्नातक प्रशिक्षण महाविद्यालय सिधौली शामिल हैं। इन नोडल कॉलेजों ने परीक्षाओं के संबंध में तैयारियां शुरू करा दी हैं। आरएमपी डिग्री कॉलेज को 33 कॉलेजों में परीक्षा कराने का जिम्मा सौंपा गया है। इन कॉलेजों के नोडल बने प्राचार्य आरसी वाष्र्णेय ने बताया कि उनके महाविद्यालय में तीन हजार संस्थागत और करीब 1800 व्यक्तगित परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। डॉ. आरके ¨सह को अतिरिक्त केंद्र अधीक्षक और डॉ. अनुराग कुमार को वरिष्ठ सहायक केंद्र अधीक्षक बनाया गया है। राजकीय महाविद्यालय खैराबाद की प्राचार्य डॉ. नलनी स्त्रोत्रिया ने बताया कि उनके महाविद्यालय में जमैयतपुर के पारसनाथ महाविद्यालय और बरईजलालपुर के डीआरएस महाविद्यालय परीक्षा केंद्र शामिल हैं। हमारे जीडीसी में 1750 व्यक्तिगत छात्र और 1434 संस्थागत परीक्षार्थी परीक्षा देंगे।

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श्रीगांधी परास्नातक प्रशिक्षण महाविद्यालय सिधौली के प्राचार्य डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि उनके महाविद्यालय को आठ केंद्रों पर परीक्षा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। परीक्षा केंद्रों के नोडल अधिकारियों ने बताया कि संबंध महाविद्यालय उत्तर पुस्तिकाएं और प्रश्न पत्र संबंधित नोडल महाविद्यालय से प्राप्त और जमा करेंगे। ये परीक्षा तीन पालियों की परीक्षा होगी।

अनापत्ति प्रमाण पत्र के बाद ही प्रवेश पत्र

आरएमपी डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरसी वाष्र्णेय ने बताया कि वे इस बार अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर ही बच्चों को प्रवेश पत्र दे रहे हैं। डॉ. वाष्र्णेय ने बताया कि हर बार शिकायत होती थी कि कोई बच्चा शुल्क नहीं जमा किया है या फिर महाविद्यालय की संपत्ति लेकर प्रयोग के बाद दोबारा जमा नहीं किया है। इसलिए फीस अदायगी, पुस्तकालय से पुस्तक, प्रयोगशाला सामग्री आदि लेने के बाद संबंधित परीक्षार्थी ने वापस कर दी है, इसका संबंधित शिक्षक से बच्चों को अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य किया गया है तभी उन्हें प्रवेश पत्र वितरित किया जा रहा है।


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