सुधर जाओ वरना लापरवाही पड़ेगी महंगी
- कोविड गाइडलाइन का शहर में नहीं हो रहा है पालन बाजार बस स्टॉप व अन्य स्थानों पर नियमों की अनदेखी।
सीतापुर : देश व प्रदेश के कई शहरों में कोरोना कहर ढा रहा है, और सीतापुर में बेफिक्री का आलम है। मास्क से मोहभंग हो गया है और दो गज की दूरी दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही। बस स्टॉप हो या बाजार, पार्क हो या सरकारी कार्यालय मास्क की अनदेखी हो रही है। अधिकारी, कर्मचारी, आमजन सभी कोविड नियमों से बेपरवाह है। गाइडलाइन तो जारी होती है, लेकिन उसके पालन को न तो आमजन गंभीर हैं और न ही प्रशासन को परवाह है।
सवारियां बेपरवाह, जिम्मेदार भी अनजान
बुधवार शाम पांच बजे बस स्टॉप पर सवारियों की भीड़ थी। प्रतीक्षालय सहित परिसर में लोग एक दूसरे से सटकर खड़े थे। बाहर से आने वाली सवारियां बिना मास्क के यहां से वहां आ-जा रही थीं। बसों पर भी बिना मास्क लगाए चढ़-उतर रही थीं। पूछताछ केंद्र के पास भी सवारियों की भीड़ जमा थी। केंद्र पर जानकारी देने वाले कर्मी भी मास्क की उपयोगिता से अंजान थे।
मास्क नहीं, मोबाइल ज्यादा जरूरी
लालबाग चौराहा और घंटाघर मार्केट का हाल ऐसा था कि लोग कान में मोबाइल तो लगाए थे, लेकिन मास्क नहीं था। दुकानों पर खरीदारी करने वाले भी बिना मास्क के सामान ले रहे थे। रिक्शे व अन्य वाहनों से आ-जा रहे लोग भी मास्क नहीं लगाए थे। यही हाल आंख अस्पताल रोड का भी था। जिला व महिला अस्पताल के पास भी लोग बिना मास्क के नजर आए।
कुछ इस तरह हो रहा धारा 144 पालन
दो दिन पहले एडीएम विनय पाठक ने जिले में धारा 144 लागू की है। इसमें सार्वजनिक व सरकारी कार्यालयों में आने-जाने पर मास्क अनिवार्य बताया गया। दुकानदारों को ये निर्देश है कि, बिना मास्क वाले किसी भी ग्राहक को कोई सामान ना बेचें। धारा 144 के इन नियमों का शहर में ही पालन नजर नहीं आया।