पोषण दिवस पर मिलेगी आयरन की गोली
- छात्रों और स्कूल न जाने वाली किशोरियों को खिलाई जाती है आयरन की गोली। लॉकडाउन में बाधित हो गया था गोली वितरण कार्यक्रम। फिर से होगा संचालित। आशा व एएनएम बच्चों को देंगी आयरन की गोली।
सीतापुर : स्कूल बंद होने से बच्चों को पोषण की गोली मिलने में आ रही दिक्कतें दूर हो जाएंगी। स्कूली बच्चों को ग्राम/शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता व पोषण दिवस पर आयरन की गोलियां वितरित की जाएंगी। आशा व एएनएम बच्चों को गोली बांटने की जिम्मेदारी संभालेगी। परामर्श देने का काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के जिम्मे रहेगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक विजय विश्वास पंत ने सभी सीएमओ को पत्र जारी कर आयरन की गोली वितरित कराने को कहा है। पत्र में कहा गया, आरकेएसके के तहत एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम चल रहा है। जिसमें 10 से 19 वर्ष के सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों व स्कूल न जाने वाली किशोरियों को आंगनबाड़ी के जरिए प्रति सप्ताह आयरन की गोली खिलाई जाती है। लॉकडाउन में स्कूल बंद होने से आयरन की गोली वितरण कार्यक्रम बाधित हुआ है। आयरन की गोली वितरण में आ रही दिक्कत को दूर करते हुए गोली का वितरण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के दौरान किया जाए।
छात्रों को मिले दो महीने की गोलियां
पत्र में कहा गया कि, छात्र-छात्राओं को प्रति सप्ताह एक आयरन की गोली के हिसाब से दो महीने की गोलियां वितरित की जाएं। छात्रों को लाने का काम आशा कार्यकर्ता करेंगी और पोषण सत्र में पहुंचने वाले किशोर-किशोरियों को आयरन की गोली के उपयोग और उसके संभावित नुकसान की सीख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देगी। एएनएम को आयरन की नीली गोलियां संबंधित सीएचसी व पीएचसी से मिलेंगी।
रखना होगा दो गज की दूरी का ध्यान
आयरन की गोली वितरण के समय कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों का पालन करने का निर्देश दिया गया है। सभी को मास्क लगाना होगा और शारीरिक दूरी के नियम का पालन भी करना होगा।