रुक-रुककर बारिश, तीन डिग्री सेल्सियस लुढ़का तापमान
बुधवार को दिनभर नहीं निकली धूप कई स्थानों पर जलभराव। कामकाज रहा प्रभावित शाम ढलने के साथ बाजारों में सन्नाटा।
सीतापुर : जिले के बाशिंदों को ठंड से बुधवार को भी निजात नहीं मिल सकी। मौसम मंगलवार की तरह ही ठिठुरन वाला बना रहा। मंगलवार रात हल्की बारिश हुई थी, जिसका असर अगले दिन भी रहा। सुबह से ही आसमान पर बादल छाये हुए थे, जिनकी ओट में सूरज छिपा रहा। धूप नहीं खिलने से लोगों को ठंड का सामना करना पड़ा। हवा चलने से गलन भी बढ़ गई।
कामकाज रहा प्रभावित :
ठंड के कारण दैनिक कामकाज पर भी प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिला। धूप नहीं निकलने से दैनिक गतिविधियां देर से शुरू हुईं, जबकि शाम ढलने के साथ बाजारों में सन्नाटा नजर आने लगा। रिक्शा, आटो चालकों, पटरी दुकानदारों व पैदल राहगीरों को ठंड के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा।
तीन डिग्री सेल्सियस लुढ़का पारा :
बुधवार को मंगलवार की अपेक्षा तीन डिग्री सेल्सियस पारा लुढ़क गया। अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहा था, जबकि बुधवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बारिश से जगह-जगह जलभराव :
मंगलवार की रात में बारिश के कारण जहां ठंड बढ़ी वहीं, जगह-जगह जलभराव की स्थिति से भी जूझना पड़ा। रोडवेज बस अड्डा, सिविल लाइन, शास्त्री नगर व खूबपुर आदि मुहल्लों में मार्गो पर बारिश का पानी एकत्र हो गया।
कई इलाकों में घंटों गुल रही बिजली : बारिश से कई इलाकों में बिजली व्यवस्था चरमरा गई। तार टूटने से तो कहीं तकनीकी फाल्ट से समस्या बनी रही। मंगलवार देर रात हवा व बारिश से कई इलाकों में बिजली गुल हो गई।
हुसैनगंज फीडर में आई दिक्कत से रात करीब 12 बजे कटौती हुई। पुराने सीतापुर में सुबह आठ बजे आपूर्ति तो बहाल हो गई। भवानीपुर से जुड़े मुहल्लों की बिजली भी घंटों गुल रही। कसरैला फीडर की आपूर्ति बुधवार शाम तक बहाल नहीं हो सकी। पावर कार्पोरेशन के अधिकारी व कर्मचारी लगातार फाल्ट दुरुस्त करने में लगे रहे। बिजली न होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
देर शाम तक दूर नहीं हुआ फाल्ट :
पावर कारपोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि जिले में कई जगह आई समस्या को तो सही कर दिया गया। लेकिन, कसरैला फीडर की आपूर्ति देर शाम तक बहाल नहीं हो सकी। अधीक्षण अभियंता नंदलाल ने बताया कि जिले की आपूर्ति को दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है।