पराली जलाएं नहीं, मिट्टी पलटने वाले हल से जोताई करें..
गन्ना शोध संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर आरके सिंह ने दिए किसानों को सुझाव।
सीतापुर: किसान इस समय गन्ना की बोआई में लगे हैं। इसके लिए सबसे अच्छा समय सितंबर-नवंबर तक होता है। किसान यदि उन्नति प्रजाति का गन्ना बोएं और उच्च तकनीक का प्रयोग करें तो वह अच्छी फसल प्राप्त कर सकते हैं। वैज्ञानिक इस बारे में लगातार शोध में लगे हुए हैं। वह किसानों को न केवल गन्ना बोआई के बारे में बता रहे हैं, बल्कि गन्ने के विभिन्न रोगों के बारे में आगाह करते हुए उनसे बचाव के तरीके भी बता रहे हैं।
गन्ना शोध संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं बिसवां चीनी मिल के सलाहकार डॉक्टर आरके सिंह इस कार्य को पूरी लगन से करने में लगे हैं। वह किसानों को समय समय पर गोष्ठी, कृषि मेला, गांवों का भ्रमण कर जागरूक भी करते हैं।
विकसित की गन्ने की नई प्रजाति
डॉक्टर आरके सिंह ने गन्ने की भरपूर उपज देने वाली नवीनतम प्रजाति कोसा 08272 की प्रजाति विकसित की गई है। वर्तमान समय में चीनी मिल के 90 प्रतिशत रकबा पर किसानों की पहली पसंद बनी गन्ने की प्रजाति सीओ 0238 की बोआई की गई है। वहीं इस प्रजाति के विकल्प के रूप में गन्ना की नवीनतम प्रजाति सीओ 0118, सीओ 098014, कोसा 08272,और सीओ लखनऊ 94148 की नर्सरी तैयार कर शुद्ध बीज किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
कैंसर रोग से गन्ने को बचाएं
गन्ना लाल सड़न काना रोग से प्रभावित हो रहा है। जिसे गन्ने का कैंसर कहते हैं। किसानों को इसे बचाने के लिए ट्राइकोडर्मा विरडी से ट्रेचिग कराकर काफी हद तक सफलता मिली है।
पराली जलाएं नहीं जोताई करें
किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या धान की पराली है। किसान पराली जलाएं नहीं बल्कि मिट्टी पलटने वाले हल से एक फुट गहरे खेत की जोताई करें। ऐसा करने से पराली खाद के रूप में काम आ जाएगी।
अधिक उपज पाने के लिए यह करें
यदि किसान गन्ना की अधिक उपज चाहते हैं। किसान चीनी मिल के द्वारा उपलब्ध कराए गए ट्रेंच ओपनर के प्रयोग से चार फुट की दूरी पर नौ इंच गहरी उत्तर एक फुट चौड़ी नाली में बोआई करें। कंपोस्ट खाद 10 कुंटल प्रति बीघा हरी खाद अथवा चार बैग सिगल सुपर फास्फेट( दो बैग जिक युक्त व दो बैग जीरान युक्त) के साथ एक बैग म्यूरेट आफ पोटास बोआई के साथ गहरी नालियों में डाले।
सहफसली का ले सकते हैं अतिरिक्त लाभ
किसान नाली में गन्ना बोआई के बाद चार फुट में दो पंक्ति आलू या तीन पंक्ति लहसुन या दो पंक्ति मसूर व दो पंक्ति लाही आदि फसलों की सहफसली बोआई करके अतिरिक्त लाभ पा सकते हैं