आइसीसीयू से लैस होगी जिला अस्पताल की बर्न यूनिट
व्यवस्थाओं के मामले में जिला अस्पताल की बर्न यूनिट
सीतापुर : व्यवस्थाओं के मामले में जिला अस्पताल की बर्न यूनिट काफी पिछड़ी है। इसमें अभी तक न तो कोई खास सुविधाएं थीं और न चिकित्सक। हालांकि शासन ने साज-सज्जा के लिए अस्पताल को धनराशि उपलब्ध कराई है, पर प्लास्टिक सर्जन की समस्या अभी तक बरकरार है।
वैसे सुविधाएं उपलब्ध होने से जरूरतमंदों को कुछ राहत जरूर मिलेगी। अब इसमें बेडों व अन्य उपकरणों का अभाव नहीं रहेगा, साथ ही आइसीसीयू की सुविधा हो जाएगी। इस तरह प्लास्टिक एवं बर्न यूनिट को उपकरणों से लैस करने एवं साज-सज्जा के लिए जिला अस्पताल को 70.80 लाख रुपये मिले हैं।निर्देश हुए हैं कि दो लाख रुपये से कम लागत वाले उपकरण जेम पोर्टल से किया जाएगा, जबकि दो लाख से अधिक वाले उपकरणों की खरीद उप्र मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन से करने को कहा गया है।इस तरह बर्न यूनिट की साज-सज्जा को 32,11,600 रुपये दिए गए हैं। इसमें 28 तरह की सुविधाएं करने को बोला गया है।इन सुविधाओं में जैसे-आठ बेड, स्टूल, पांच ड्रेसिग ट्रॉली, स्टिक बाइसकिल आदि व्यवस्थाएं शामिल हैं।
बनेगी आइसीसीयू यूनिट
जिला अस्पताल की बर्न यूनिट में आइसीसीयू की सुविधा होगी। इसके लिए अस्पताल को अलग से 38.78 लाख रुपये मिले हैं। इसमें फोल्ड वाले चार बेड, दो आइसीजी मशीने होंगी। सेंट्रल ऑक्सीजन के छह प्वाइंट रहेंगे। इस तरह आइसीसीयू नौ तरह की सुविधाओं से लैस होगी। आइसीसीयू की सुविधा से रोगियों को क्रिटिकल केयर के लिए प्राइवेट अस्पतालों के महंगे इलाज को विवश नहीं होना पड़ेगा। वर्जन--
प्लास्टिक एवं बर्न यूनिट में फिलहाल 10 बेड हैं लेकिन, अब शासन से डिमांड के मुताबिक बजट मिल गया है तो व्यवस्थाएं जुटेंगी। आइसीसीयू की सुविधा लैस हो जाएगी, पर प्लास्टिक सर्जन न होने से रोगियों के इलाज में दिक्कत आती है। वैसे तो अस्पताल के सर्जन बर्न रोगियों का उपचार करते ही हैं।
- डॉ. अनिल अग्रवाल, सीएमएस जिला अस्पताल