प्रदर्शनी और हस्ताक्षर अभियान, एड्स से बचाव का बांटा ज्ञान
सीएचसी में आयोजित हुआ जागरूकता कार्यक्रम दी गई उपयोगी जानकारी।
सीतापुर : एड्स दिवस पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रदर्शनी और हस्ताक्षर अभियान में एड्स का ज्ञान, बचाए जान का सबक सिखाया गया। एड्स के लक्षण और बचाव के उपाय भी बताए गए।
जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डा. मुसाफिर यादव की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में डीआइओएस ने भी प्रतिभाग किया। सीएचसी अधीक्षक डा. राकेश वर्मा ने एचआइवी एड्स से से बचाव के बारे में बताया। एमओ टीसी डा. अश्वनी वर्मा ने एचआइवी जांच के लिए मुहैया सुविधाओं की जानकारी दी। अमिता त्रिपाठी ने गर्भवती महिलाओं को जागरूक किया।
डा. शोएब अख्तर चिकित्साधिकारी जिला क्षय रोग केंद्र ने बताया कि एड्स की जांच व काउंसिलिंग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निश्शुल्क उपलब्ध है। इस वर्ष की थीम भेदभाव की समाप्ति, एड्स की समाप्ति महामारी की समाप्ति है। इस मौके पर डा. रमेश चंद्र चौधरी, डा. धीरेंद्र पटेल, डा. मनीष मिश्रा, आशीष दीक्षित जिला पीपीएम समन्वयक, रमेश मौर्या व आशीष टंडन मौजूद रहे।
216 लोगों ने किया हस्ताक्षर :
सिधौली सीएचसी परिसर पर हुए जागरूकता कार्यक्रम प्रतिभाग करने वाले 216 लोगों ने हस्ताक्षर पट्टिका पर हस्ताक्षर किए। जिला क्षय रोग अधिकारी व सीएचसी के सभी डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों ने भी हस्ताक्षर अभियान में प्रतिभाग किया।
एड्स के लक्षण :
रोगी के वजन में कमी आ जाना। रुक-रुककर बुखार आना, रात में पसीना का आना, शरीर में दर्द, दस्त या उल्टी आर-बार आना एड्स का लक्षण है। मुख व भोजन की नली में जख्म हो जाना भी इसका लक्षण है।
ये हैं रोकथाम के उपाय :
यौन जनित रोगों का पता चलते ही तुरंत उपचार शुरू करें। नशीली औषधि लेने से बचें। अन्य व्यक्ति की ओर से प्रयोग की गई सुई का प्रयोग न करें। सुरक्षित तरीका अपनाएं। एड्स हाथ मिलाने, आलिगन और चूमने से नहीं फैलता है। साथ बैठकर खाने और खांसने-छींकने से भी एड्स का प्रसार नहीं होता।