हैंडपंप उगल रहे दूषित पानी, गहरा रहा चारे का संकट
मेउड़ी छोलहा व दुर्गापुरवा में भूमि कटान कर रहीं नदियां। घट रहा घाघरा और शारदा का जलस्तर पटरी से उतरा जनजीवन।
सीतापुर : रामपुर मथुरा क्षेत्र में फत्तोपुरवा के पास घाघरा नदी के मीटर गेज पर शुक्रवार को जलस्तर 118.50 मीटर दर्ज किया गया था। शनिवार को घाघरा का जलस्तर 15 सेटीमीटर और कम हुआ है। तटवर्ती गांवों में शारदा-घाघरा नदियों की बाढ़ का पानी उतर रहा है। लेकिन, प्रभावित परिवारों के सामने पेयजल का संकट है। दरअसल, इंडिया मार्का हैंडपंप दूषित एवं दुर्गंध युक्त पानी उगल रहे हैं, जिसे उबालकर पीना ग्रामीणों की विवशता है।
रेउसा के गोलोक कोड़र के दुर्गापुरवा में घाघरा भूमि कटान कर रही है। गिरजा प्रसाद, रामू यादव, दिनेश यादव, राजकुमार, नन्हें, कमलेश कुमार, अखिलेश, बलदेव यादव, पैकरमा, खेलावन, सोहनलाल, धर्मपाल, देशराज, राजित राम, रामलखन, तीरथ व रामनरेश के मकानों के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। ये लोग गृहस्थी के साथ सुरक्षित स्थान का रुख कर रहे हैं। मेउड़ी छोलहा गांव में शारदा कटान कर रही है। खरीफ फसल वाले खेत और बचाव कार्य भी बाढ़ की भेट चढ़ गए हैं।
अधिशासी अभियंता-शारदा कैनाल विशाल पोरवाल ने बताया कि शारदा-घाघरा नदियों में जलस्तर काफी कम हो गया है। इस समय किसी गांव या क्षेत्र में कटान भी नहीं हो रहा है। तटवर्ती गांवों में भी कहीं जलभराव नहीं है। अब और बारिश न हुई तो सप्ताह भर में नदियां सामान्य स्थिति में आ जाएंगी। बनबसा बैराज से भी छोड़े जाने वाले पानी में गिरावट आ रही है।
बाढ़ में डूबी फसल हो गईं नष्ट :
भदफर : बेहटा क्षेत्र में शारदा नदी की बाढ़ का पानी खेतों में भरा है। इससे खड़ी फसल सड़ गई है। चंदवासोत, टिकौना, खनियापुर, तेजवापुर, पिपरिया, रतौली, ढोल्लनपुर, पट्टीदहेली, रमपुरवा, मुसियाना और भदफर के किसानों का काफी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि गन्ना, धान, मक्का व उड़द आदि फसलें बाढ़ के पानी में डूबकर नष्ट हो गई हैं। खेतों में मवेशियों का चारा भी सड़ गया है। दूर-दूर तक पानी होने से घास भी नहीं बची है। मवेशियों के लिए चारे का संकट खड़ा हो गया है।