जमीन के विवाद में चले धारदार हथियार, वृद्धा की मौत
जालेपारा में दो पक्षों के बीच हुए झगड़े में पांच लोग घायल।
सीतापुर : जालेपारा में जमीन विवाद में शनिवार शाम को खून-खराबा हो गया। दो पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले, जिसमें एक वृद्धा की जान ही चली गई। घटना में कई लोग घायल भी हुए हैं।
जालेपारा में बालकराम व संतराम के बीच जमीन को लेकर विवाद है। शनिवार को इस विवाद की चिगारी अचानक सुलग उठी। फिर, क्या देखते ही देखते लाठी-डंडे निकल आए। धारदार हथियारों का भी प्रयोग किया गया। ग्रामीणों के मुताबिक शाम को दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई थी। घायलों में आरती, छाया, सताना एक पक्ष से तथा दूसरे पक्ष से बालकराम, सालिक राम, विनय कुमार शामिल हैं। इन सभी को सीएचसी में भर्ती कराया गया। सताना की हालत काफी गंभीर थी। शरीर पर गहरे जख्म थे, जिसे रेफर कर दिया गया। वहीं, जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने सताना को मृत घोषित कर दिया।
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि सताना को भाला मारा गया था। प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार सिंह ने बताया कि दो पक्षों के बीच जमीन विवाद में मारपीट हुई है। इसमें घायल एक वृद्ध महिला की मौत हुई है। मृतका के पुत्र शिवचरन ने सात हमलावरों के नाम बताए हैं। तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी। गांव में पुलिस को तैनात कर दिया गया है। शिवचरन ने बताया कि दो दिन पहले कोतवाली में शिकायत की थी। वहां दोनों पक्षों को बुलाकर पुलिस ने समझाया था, विवाद न करना। फिर भी आरोपितों ने हमलाकर उसकी मां को मार डाला।
महमूदाबाद में युवक को लात-घूसों से पीटकर मार डाला :
महमूदाबाद प्रतिनिधि के अनुसार भरहरमऊ में शनिवार शाम को बांठे की मुक्कों से पीटकर हत्या कर दी गई। यह वारदात रास्ते के विवाद को लेकर हुई। परिवारजन ने इस मामले में चार लोगों पर आरोप लगाया है। घटना की सूचना पर सीओ महमूदाबाद रविशंकर प्रसाद, कोतवाल मुकुल प्रकाश भी मौके पर पहुंचे। खबर लिखे जाने तक मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया है।
दरअसल, भरहरमऊ के बांठे का गांव के बाहर घर है। उसके घर से आने जाने का रास्ता महंत दीप नरायन के खेत से होकर जाता है। ग्रामीणों के मुताबिक, महंत दीप नरायन ने ही बांठे को अपने खेत से निकलने का रास्ता दिया था। शनिवार को खेत के बंटाईदार प्रदीप व उसके भाइयों ने उस रास्ते को जोत डाला। बांठे ने शाम को चार बजे के करीब इसका विरोध किया। बांठे की पत्नी जरीना के मुताबिक, विरोध करना प्रदीप और उसके भाइयों रमेश, छोटू व सुरेश को नहीं भाया। सबने मिलकर बांठे को लात-घूसों से जमकर पीटा। इसकी शिकायत करने के लिए बांठे पैंतेपुर पुलिस चौकी भी गया। जरीना का आरोप है कि पुलिस ने सूचना पर तत्काल कार्रवाई नहीं की। बांठे को चौकी से लौटा दिया गया। इसके बाद बांठे लौटकर आया तो प्रदीप व उसके भाई और भड़क गए। ग्रामीणों के मुताबिक बांठे को खेत में ही घेर लिया गया और इसके बाद पीट-पीटकर मार डाला।
पुलिस बचाव में जुटी :
सीओ महमूदाबाद रविशंकर प्रसाद के मुताबिक मारपीट के बाद परिवारजन बांठे को इलाज कराने के लिए सीएचसी ले जा रहे थे। इसी दौरान पैंतेपुर पुलिस चौकी पर घटना की जानकारी दी थी। उन्होंने परिवारजन के आरोपों को नकारा।