बाढ़ राहत सामग्री वितरण के दौरान ग्रामीणों-राजस्व कर्मियों में मारपीट
रामपुर मथुरा क्षेत्र में बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री बांटने के दौरान सोमवार को ब्लॉक कार्यालय परिसर में राजस्व कर्मियों-ग्रामीणों के बीच गाली-गलौज और फिर मारपीट तक हो गई।
सीतापुर : रामपुर मथुरा क्षेत्र में बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री बांटने के दौरान सोमवार को ब्लॉक कार्यालय परिसर में राजस्व कर्मियों-ग्रामीणों के बीच गाली-गलौज और फिर मारपीट तक हो गई। बताया जा रहा है कि कनरखी गांव के कई प्रभावितों के नाम सूची में नहीं थे। जिस पर ग्रामीण हवा-हवाई सूची होने का आरोप लगाने लगे। इससे लेखपाल, कानूनगो व अन्य राजस्व कर्मियों में भी नाराजगी देखने को मिली। इस तरह दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और मारपीट करने लगे।
बताया जा रहा है कि लाभार्थियों की सूची में कई बाढ़ पीड़ितों के नाम न होने पर कनरखी के लाभार्थियों से लेखपाल अखिलेश वर्मा से कहासुनी होने लगी। कुछ लोगों ने बीच-बचाव करके मामला शांत कराया। इस बीच नाराज लाभार्थी फिर राजस्व कर्मियों से भिड़ गए। लेखपालों ने पेड़ों की टहनियां तोड़कर ग्रामीणों को खदेड़ना शुरू कर दिया। लेखपाल अखिलेश वर्मा ने 20 लोगों के विरुद्ध घेरकर मारपीट करने के आरोप में तहरीर दी है। तहरीर में आधा दर्जन लेखपालों को चोटें आने का जिक्र किया है। थानाध्यक्ष रामपुर मथुरा संजय कुमार ने बताया, मामला संज्ञान में आया है। विवेचना के बाद मारपीट में दोषी लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करेंगे। बंट रही थी राहत सामग्री
ब्लॉक परिसर में सोमवार को ब्लॉक कार्यालय के गोदाम से कनरखी के लाभार्थियों को राहत बांटने का कार्य लेखपाल अखिलेश वर्मा कर रहे थे। रवींद्र वर्मा, ललितेश, नरेंद्र कनौजिया, धर्मेंद्र कुमार, नागेंद्र पांडेय, नितिन, जितेंद्र भारती, विमलेश, रजत आदि कर्मी कानूनगो संतोष कुमार व रमाकांत अवस्थी के नेतृत्व में लगे थे। वर्जन--
मैं गया नहीं था। सरकारी कार्य से लखनऊ आया हूं। पता चला है कि राहत सामग्री बांटने के दौरान रामपुर मथुरा ब्लॉक परिसर में राजस्व कर्मियों व लाभार्थियों के बीच मारपीट हुई है।
- अशोक कुमार, तहसीलदार-महमूदाबाद