परेशान रहे किसान, लक्ष्य से अधिक हो गई खरीद
सीतापुर अन्नदाता धान लेकर यहां से वहां भटकते ही रहे और खरीद का आंकड़ा जिले को आवंटित लक्ष्य के पार पहुंच गया।
सीतापुर : अन्नदाता धान लेकर यहां से वहां भटकते ही रहे और खरीद का आंकड़ा जिले को आवंटित लक्ष्य के पार पहुंच गया।
शहर की नवीन गल्ला मंडी से लेकर ग्रामीण इलाके के धान खरीद केंद्रों पर खरीद में गड़बड़ी की शिकायतें होती रहीं। कई खरीद केंद्रों पर ताला भी लटका रहा। प्रशासन ने लक्ष्य से डेढ गुना खरीद के आंकड़े जारी किए हैं। धान खरीद में लगी दो एजेंसियां ही आवंटित लक्ष्य से पीछे हैं। अन्य खरीद एजेंसियों ने 150 फीसद खरीद पूरी होने का दावा किया है। सबसे अधिक खरीद खाद्य निगम ने 173 प्रतिशत की है। पीसीएफ व पीसीयू के केंद्रों पर भी आवंटित लक्ष्य से अधिक खरीद होने का दावा किया गया। भारतीय खाद्य निगम और यूपीएसएस खरीद में पीछे रही। जिले को धान खरीद का 1.15 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य मिला था। सभी एजेंसियों ने 17 दिसंबर तक 1.81 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद पूरी कर ली है। केंद्रों से लौटाए गए किसान, कहां से आया इतना धान
मिश्रिख इलाके के खरीद केंद्र पनाहनगर में कई दिनों तक क्षेत्रीय किसानों का धान ही नहीं तौला गया। किसानों ने इसकी शिकायत भी की। बिसवां इलाके के खरीद केंद्र पर भी तौल न होने की शिकायत हुई थी। इमलिया थाना क्षेत्र, महोली व अन्य स्थानों पर भी खरीद न होने की भी कई शिकायतें आई थी। ग्रामीण इलाके के कई केंद्र दस-दस दिन बंद रहे। इससे किसान यहां से वहां भटकते रहे। रामपुर मथुरा के खरीद केंद्र पर गड़बड़ी भी पकड़ी गई। ऐसे में लक्ष्य से अधिक धान खरीद होना सोचने की बात है। हटाए गए पीसीयू के जिला प्रबंधक
धान खरीद में आ रही शिकायतों पर पीसीयू के जिला प्रबंधक को हटाया गया है। उनके स्थान पर अन्य जिला प्रबंधक को भेजा गया है। एडीएम विनय पाठक ने बताया कि, पीसीयू के जिला प्रबंधक को स्थानांतरित कर दिया गया है। आंकड़ों में लक्ष्य और खरीद
- छह एजेंसियों ने जिले में धान खरीदा
- 115 धान खरीद केंद्र बनाए गए
- 1.15 लाख मीट्रिक टन खरीद का मिला लक्ष्य
- 1.81 मीट्रिक टन धान अब तक खरीदा गया
- 157 फीसद हो चुकी है खरीद
- 36263 किसान हुए अब तक लाभान्वित।