बजट के साथ ही लालबाग शहीद पार्क का उद्धार भी अटका
पार्क में रहती गंदगी लोग किए अतिक्रमण।
सीतापुर : शहर के लालबाग शहीद पार्क को उद्धार का इंतजार है। यह पार्क आज भी बदहाल स्थिति में है। कई बार प्रस्ताव बने लेकिन उस पर अमल न हो सका। लिहाजा शहीदों की स्मृति में बनाया गया पार्क अभी सम्मान की बांट जोह रहा है। पार्क को दुरुस्त करने के लिए नगर पालिका परिषद ने 1.19 करोड़ का प्रस्ताव बनाया था। जिसमें बाउंड्री निर्माण, शहीद स्तंभ पर ग्रेनाइट, फव्वारा, योग सेंटर, शौचालय, मेनगेट आदि को लगाकर सुंदरीकरण होना था। अभी तक इस ओर कोई भी काम नहीं हुआ है। शहीदों की याद में बना एकमात्र पार्क लालबाग पार्क एक मात्र ऐसा स्थल है जो अपने अंदर अद्भुत ऐतिहासिक घटनाक्रम को समेटे हुए है। यह पार्क ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ हुए विद्रोह का साक्षी है। 18 अगस्त 1942 में इसी पार्क की धरती पर जनपद के सैकड़ों देशभक्तों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया था। जिसमें गोलीकांड के दौरान छह लोग शहीद हो गए थे जबकि अधिकांश घायल। उन्हीं की स्मृति में इस स्थल को शहीद पार्क का दर्जा दिया गया। पार्क पर लोगों ने किया अतिक्रमण नगर पालिका व प्रशासनिक अनदेखी के कारण इस पार्क पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया। पार्क के आस पास बनी चारदीवारी को तोड़कर पार्क की जमीन को अपने घर में मिलाकर दरवाजा तक रख लिया है। इसके अलावा आसपास के निवासियों ने इसे पार्किंग स्थल बनाते हुए अपने वाहनों को भी यहीं खड़ा करना शुरू कर दिया है। सुलभ शौचालय शहीदों को कर रहा अपमानित
यहां एक शुलभ शौचालय बनाया गया है। जिसे लोग प्रसाधन के रूप में प्रयोग करते हैं। यही नहीं, साप्ताहिक खोवा मंडी लगती है। इस वजह से भी यहां पर गंदगी होती है।
पार्क के सुंदरीकरण के लिए प्रस्ताव बन चुका है। अमृत योजना के तहत कार्य कराया जाएगा। प्रस्ताव को राज्य स्तरीय तकनीकी सेल उत्तर प्रदेश में स्वीकृति के लिए भेजा गया है। वहां से स्वीकार होने के बाद कार्य कराया जाएगा। पार्क में जो अतिक्रमण है, उसे भी हटवाया जाएगा।
गुरु प्रसाद पांडेय, ईओ नपा, सीतापुर