बहने लगी चुनावी बयार, वोटर को रिझा रहे प्रधान और उम्मीदवार
- मतदाताओं के काम को दी जा रही है प्राथमिकता - वोटरों को दे रहे पेंशन और आवास का आश्वासन।
सीतापुर :गांवों की फिजा में चुनावी बयार की महक घुलने लगी है। चौक-चौराहों पर चर्चा के साथ घर-घर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। वृद्धावस्था पेंशन, आवास और शौचालय के सहारे जीत-हार की जुगत भिड़ाई जा रही है। प्रधान और प्रधान पद के लिए ताल ठोंकने की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को वोटरों के जरूरी काम नजर आने लगे हैं।
बता दें कि, त्रिस्तरीय पंचायत मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्यक्रम जारी हो गया। एक अक्टूबर से बीएलओ घर-घर जाकर सूची का सत्यापन करेंगे। मतदाता सूची कार्यक्रम जारी होने के साथ ही गांवों में पंचायत चुनावों का गुणा-भाग शुरू हो गया।
पेंशन और आवास का दे रहे आश्वासन
कोई गांव के बुजुर्गों के पेंशन फार्म भरवा रहा है तो कोई गांव के लोगों के दुख दर्द में सहारा बन रहा है। प्रधान गांव में कराए गए कामों को गिनवा रहे हैं तो विपक्षी उम्मीदवार उनकी कमियां निकालने में जुटे हैं। विकास खंड मिश्रिख, मछरेहटा, सिधौली, बेहटा, सकरन, पिसावां और गोंदलामऊ इलाके में प्रधानी की तैयारी में जुटे उम्मीदवार गांव के बुजुर्गों का वृद्धावस्था पेंशन फार्म लेकर ब्लॉक पहुंच रहे हैं। फार्म, ऑनलाइन भी खुद ही करा भी रहे हैं। आवास दिलाने का वादा भी किया जा रहा है।
बढ़ गई विकास कार्यों की शिकायतें
चुनावी बयार के साथ ही विकास कार्यों में गड़बड़ी की शिकायतें बढ़ गई हैं। गांव में कराए गए नाली-खड़ंजा निर्माण, शौचालय व मनरेगा के कामों में किए गए घोटाले उजागर किए जा रहे हैं। ग्राम सभाओं से आ रही शिकायतों की पड़ताल में कई मामले भी सामने आए हैं।
अधूरे कामों को पूरा करने में जुटे हैं प्रधान
गांव की प्रधानी संभाल रहे प्रधानों ने काम का तरीका बदल दिया है। गांवों के बदहाल रास्तों को सही कराने पर जोर दिया जा रहा है। समस्या लेकर आने वाले ग्रामीणों को बहुत ही सम्मान के साथ बिठाते हैं और उनका काम भी करते हैं ।